जिला मुख्यालय की मांग हुई तेज,सत्याग्रह पदयात्रा पहुँची रतनपुर
बिलासपुर-मनुष्य की आकांक्षा कभी खत्म नहीं होती । एक मांग पूरी नहीं हुई कि दूसरी मांग सर उठा कर खड़ी हो जाती है। विगत 15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 3 नए जिले बनाने की घोषणा की। जिसके अनुसार मनेंद्रगढ़ चिरमिरी और भरतपुर इन 3 ब्लॉक को मिलाकर नया जिला बनाने की बात कही गई। उम्मीद थी कि इस फैसले से क्षेत्र के वासी प्रसन्न होंगे।
लेकिन इस ऐलान ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। अब नए जिले के मुख्यालय को लेकर संघर्ष तेज हो चुका है। मनेंद्रगढ़ चिरिमीरी भरतपुर को मिलाकर जिला बनाए जाने के बाद चिरमिरी क्षेत्र के लोग चिरिमीरी को ही जिला मुख्यालय बनाये जाने की जिद लेकर क्रमिक भूख हड़ताल के बाद अब सत्याग्रह पद यात्रा पर निकल पड़े हैं। 40 लोग मनेंद्रगढ़ से राजधानी रायपुर जाकर मुख्यमंत्री आवास पहुंच मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी बात रखने के सफर पर है।
इस सफर के दौरान शुक्रवार को यह काफिला रतनपुर पहुंचा। जहां मां महामाया के दर्शन करने के बाद आगे का सफर शुरू हुआ। मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद चिरमिरी के लोगों ने भी उनके इस फैसले का स्वागत किया था, लेकिन इसके बाद 26 सितंबर से चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाने की मांग के साथ चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ संघर्ष समिति का गठन हुआ और उनके द्वारा सत्याग्रह के स्वरूप में पहले 40 दिनों तक क्रमिक भूख हड़ताल किया गया, जब इससे भी बात नहीं बनी तो फिर 40 लोगों की टीम सत्याग्रह पद यात्रा पर निकल पड़ी। पेंड्रा होते हुए यह पदयात्रा शुक्रवार को रतनपुर पहुंची। करीब 350 किलोमीटर की दुर्गम पदयात्रा में रास्ते में कई मुसीबतों का सामना भी इन लोगों को करना पड़ रहा है, जिनका कहना है कि चिरिमिरी को जिला मुख्यालय बनाने के प्रयास में वे मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सबसे पहले उनका आभार व्यक्त करेंगे, साथ ही जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर का मुख्यालय चिरमिरी को बनाए जाने की मांग भी मुख्यमंत्री से की जाएगी।
यह भी सच है कि बिना संघर्ष के कुछ भी हासिल नहीं होता। बिलासपुर के लोग इसे भली-भांति समझते हैं, जिन्होंने रेलवे जोन से लेकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हाई कोर्ट , विमान सेवा जैसी सौगात संघर्षों के बल पर ही हासिल की है। चिरिमीरी जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्य भी यह उम्मीद कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री उनकी मांगों पर उदारता पूर्वक विचार करेंगे और क्षेत्र के सबसे विकसित ब्लॉक चिरमिरी को ही जिला मुख्यालय बनाया जाएगा।