तानाशाही भूपेश सरकार षड्यंत्र कर विपक्ष की आवाज को दबा रही: पुष्पेंद्र
गौरेला पेण्ड्रा मरवाही। प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों का विरोध करने और सोशल मीडिया पर फेसबुक में पोस्ट करने वाले बीजेपी युवा नेता को जमानत मिल गयी है। इस पूरे घटनाक्रम को भारतीय जनता पार्टी में मंडल महामंत्री पुष्पेन्द्र त्रिपाठी ने विपक्ष की आवाज दबाना करार दिया है बीजेपी नेता ने यह कहा है कि प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया उसे षड्यंत्र कर विपक्ष को खत्म करने की साजिश रच रही है इसके शुरुआत हमारे संगठन के नेता ओ पी चौधरी को गलत आरोप में एफआईआर दर्ज कर की गई। इसके साथ ही संगठन के कई कार्यकर्ताओं पर षड्यंत्र कर पुलिस का प्रयोग कर परेशान किया और मामले दर्ज किए गए।
दरअसल सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने पर स्थानीय कुछ कांग्रेसियों ने पेण्ड्रा थाने में शिकायत की और पुलिस ने गैर जमानतीय अपराध की धारा के तहत मामला दर्ज कराने का दवाब बनाया। जिसपर पोस्ट करने वाले भाजपा के मंडल महामंत्री पुष्पेंद्र त्रिपाठी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी मिलते ही समर्थन में भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पुष्पेंद्र के चाहने वालों का थाने में जमावड़ा लग गया। सोमवार को बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं की सलाह व विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों व अपने अधिवक्ता, पूर्व अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अतुल तिवारी के माध्यम से जमानत याचिका लगाई। जिसे माननीय न्यायालय ने स्वीकार करते हुए पुष्पेंद्र त्रिपाठी को जमानत प्रदान की।
जमानत मिलते ही परिसर में पहले से मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्लू सिंह राजपूत, सुश्री समीरा पैकरा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष विष्णु अग्रवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया राठौर, महामंत्री राकेश चतुर्वेदी, लालजी यादव, उपाध्यक्ष बृजलाल सिंह राठौर, दिलीप यादव, कुबेर सर्राटी, मंडल अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, विभा नहरेल, मुकेश दुबे, संदीप मंजू जयसवाल, अधिवक्ता पवन त्रिपाठी, कैलाश राठौर, अजय तिवारी, प्रदीप जयसवाल, संतोष सोनकर, गणेश जयसवाल, स्यामू पिपरहा, दीपक शर्मा, केशव पांडेय, अभय वर्मा, रितेश बंटी साहू, दुर्गेश यादव, लकी शर्मा आदि पदाधिकारी कार्यकर्ता व उपस्थित समर्थकों की भीड़ में खुशी की लहर दौड़ गई व मिठाइयों का सिलसिला शुरू हो गया ।
न्यायालय की प्रक्रिया पूरी करने के बाद जैसे ही पुष्पेंद्र परिसर से बाहर निकले संगठन के साथियों ने फूल माला, फटाकों स्वागत किया। बीजेपी जिंदाबाद व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारों के साथ बाइक रैली निकालकर नगर भ्रमण किया। अपने कार्यकर्ता के खिलाफ होने वाली दमनात्मक कार्यवाही के विरुद्ध जिले की पूरी भाजपा संगठित व एकजुट रही। पूरा मामला हल्ला बोल संगठन से सोशल मीडिया की पोस्ट में तथाकथित मटियाडांड में 50 लाख की मस्जिद का बताया जा रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री व सरकार पर निशाना बनाया गया था। इसी बात को लेकर कांग्रेस संगठन के निर्देश पर बीजेपी नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराई गई।