राष्ट्र गौरव पदयात्रा के माध्यम से धारा 370 हटने के प्रभाव को लाल चौक श्रीनगर में भगवा ध्वज के साथ भगवान राम की पूजा कर ऐतिहासिक बना दिया- डॉ. मनीष राय

बिलासपुर –नित्यानंद आश्रम रतलाम, तथा ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, नजर निहाल आश्रम,खंडवा मध्यप्रदेश के पूज्य संत नर्मदानंद बापजी अपने संकल्प की प्रतिपूर्ति हेतु 04 नवंबर 2022 से 15 जनवरी 2023 तक 75 दिनों की यात्रा पर है।गुरूजी के साथ बिलासपुर के कट्टर हिन्दू नेता डॉ. मनीष राय, राष्ट्रीय संयोजक, हिन्दू समर्थ भारत, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री दुर्घटनामुक्त भारत, माधव नेत्रालय नागपुर , प्रशासनिक यात्रा प्रभारी के रूप में शामिल है। श्री राय ने बताया कि यात्रा, श्री आदिगुरू शंकराचार्य पहाड़ी,श्रीनगर, जम्मू कश्मीर राज्य से आरंभ करते हुए कटरा व जम्मू , पठानकोट होते हुए जालंधर की ओर चल पड़ी है। इस यात्रा का उद्देश्य गौमाता का संरक्षण, गंगा संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के साथ विश्वशांति का संदेश देना है।पदयात्रा में एक भारतमाता रथ जिसमें भगवान श्री राम ,इस महान राष्ट्र की आत्मा राष्ट्रीय ध्वज जो राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक होने के कारण विराजमान है।अद्वैत दर्शन के जनक आदि गुरु शंकराचार्य की पहाड़ी से यात्रा आरंभ हो चुकी हैं।

संपूर्ण देश आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहा है । यह महोत्सव 15 अगस्त 2023 तक चलने वाला है। यह एक महज संयोग ही है, देश की स्वतंत्रता को 75 वर्ष पूर्ण होने पर, यात्रा भी 75 दिनों में,75 प्रमुख नगरों/ग्रामों से जुड़कर उन स्थानों अथवा राज्यो के प्रमुख 75 क्रांतिकारी, बलिदानी, हुतात्माओ के नाम स्मरण,जयघोष के साथ आगे बढ़ेगी।बड़े स्थानों पर प्रबुद्ध जनों की गोष्ठियों के आजोजन में क्षेत्र के प्रतिष्ठित नागरिक, गणमान्य अतिथि तथा जनप्रतिनिधियों को सादर आमंत्रित किया जा रहा हैं।

राष्ट्र जागरण की अनेक यात्राओं के बाद पुनः पदयात्रा संभवत यात्रा ही पूज्य बापजी के जीवन की अंतिम परिणिति है । पूज्य बापजी द्वारा इसी क्रम मे द्वादश ज्योतिर्लिंग की 12 हजार किमी पदयात्रा का कठिन संकल्प अभी हाल ही में पूरा किया है ।
“राष्ट्रधर्म विजय पदयात्रा” का आयोजन इस महान राष्ट्र को धर्मनिष्ठ राज्यसत्ता की पुन: प्राप्ति,जन मन का अभिनन्दन, आभार व्यक्त करने के लिए, 29 सितंबर 2019 को गंगौत्री धाम से प्रारंभ होकर 27 जनवरी 2021 को ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा में पदयात्रा पूर्ण हुई।

वर्तमान परिपेक्ष्य में यह यात्रा विशुद्ध रूप से जागरण की दिशा में एक अनोखी पहल है । यह यात्रा मात्र एक संत की यात्रा नहीं है, अपितु सांस्कृतिक भारत के नव निर्माण में युवाओं की भूमिका सुनिश्चित करने का अनूठा प्रयोग है।

महाराष्ट्र के पालघर की घटना तथा श्रीनगर के जम्मू कश्मीर से अयोध्या, उत्तर प्रदेश तक का रूट प्लान देखने पर ध्यान में आता है कि संपूर्ण क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र है ।इसलिए सरकार ने Z+ सुरक्षा भी प्रदान की है |
राष्ट्र गौरव यात्रा के प्रारंभ में शामिल पदयात्रियों में –
1. श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी
2. श्री श्री 1008 पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर, राजगुरु स्वामी विलोकानंद जी आरती, बीकानेर
3. श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर चिदंबरानंद सरस्वती जी
4. श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर रामेश्वरदास
उपरोक्त महान संतो के साथ यात्रा समन्वयक अशोक पाटीदार , यात्रा प्रभारी प्रदीप पांडे , यात्रा संयोजक मोहन मुरलीवाले भी शामिल हो रहे है।

यह महान यात्रा कश्मीर से प्रारंभ होकर पंजाब, हरियाणा , दिल्ली होते हुए उत्तरप्रदेश के अयोध्या में 15 जनवरी 2023 को श्री राम मंदिर में संपूर्ण होगी।इसमे अलग अलग राज्यो के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, सांसद , विधायक व प्रबुद्धजन शामिल होकर देश को अखंडता और एकता का संदेश देंगे।इस पुरे यात्रा में लगभग 50 लोग गुरूजी के साथ शामिल है जिसमें एक भगवान राम सीता लक्ष्मण जी के साथ हनुमान जी, 2 स्कार्पियो व 1 बस यात्रा में शामिल है।यात्रा को सफल बनाने मे जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक श्री दिलबाग सिंह , अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह व विजय कुमार, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक राजाबाबू सिंह, सीआरपीएफ के सेकंड कमांडेंट श्री सुरेश कुमार व बीएसएफ के आफिसर मनमोहन व कटरा के समाजसेवी कुलदीप दुबे , सोमनाथ खजूरिया, जम्मु के विजय मोहन ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष , हिन्दू समर्थ भारत, राकेश शर्मा व विशाल राजपूत का विशेष सहयोग रहा।

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