सिरगिट्टी से पेंडरीडीह तक दर्जन भर से अधिक काबड़ियो का जमा हुआ अवैध कबाड़ का साम्राज्य,एंटी सायबर क्राइम यूनिट की कार्रवाई में दो कबाड़ी लगे हाथ
बिलासपुर–बिलासपुर के कबाड़ीयो के एक गिरोह को जांजगीर जिले की पुलिस द्वारा पकडे गए खबर की भनक लगते ही बिलासपुर पुलिस भी एक्टिव मोड़ में नजर आई और दो ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कबाडियों का खुलासा करने का कारनामा कर दिखाया।जिसमे मोहम्मद् जुनेद खान पिता एस. एस.खान 49 वर्ष तालापारा बिलासपुर से मोटर सायकल की टंकी 47 नग,ट्रांसफार्मर का पाट्स,लोडर गाड़ी का कटिंग पाट्स मोटर साइकिल का पाट्स और वही दूसरे कबाड़ीअंशु अग्रवाल पिता सुरेश अग्रवाल 32व वर्ष निवासी मंगला चौक से करीब 5कुंटल मोटर साइकिल के पाट्स 500 नग मोटर साइकिल के लाक बरामद कर थाना सिरगिट्टी के सुपुर्द किया गया।
लेकिन हर बार की तरह इस बार भी कार्रवाई को लेकर पुलिस शक के दायरे में है।बिलासपुर जिले में कबाड़ के अवैध कारोबार का एक बड़ा खेल लगभग हर थाना क्षेत्रों में चल रहा है।और पुलिस संरक्षण के आरोप भी लगते रहे है।मंगलवार की कार्रवाई में मिली जानकारी के अनुसार एक कबाड़ी के पास जप्त माल का बिल भी मौजूद था।लेकिन किस के इशारे में चुनिंदा कबाडियों के खिलाफ कार्यवाही की चर्चा दबी जुबा पुलिस विभाग में चल रही है।सिरगिट्टी इलाका कबाडियों के गढ़ माना जाता है।यहां कबाडियों की तादाद दर्जन भर से भी ज्यादा है। और छोटा मोटा कबाड़ तो गली गली में चल रहा है।लेकिन बाकी के ऊपर पुलिस की कार्रवाई नहीं होनी,और इन पर पुलिस की रहमदिली एक सवालिया निशान खड़ा कर रही है।पिछले कुछ दिनों पहले सायबर क्राइम यूनिट के एक चर्चित आरक्षक को इसी इलाके के एक नामचीन तांबा पीतल कबाड़ी के साथ नाम जोड़कर आईजी और एसपी के नाम को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म में वॉयरल पोस्ट में वॉयरल होने से राजधानी से लेकर न्यायधानी तक हड़कप मच गया था।और ऐसे में उस इलाके में मौजूद तांबा पीतल के सबसे बड़े कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई नही होने से पुलिस शक के घेरे में है।जबकि सिरगिट्टी इलाके में तांबा पीतल एलमुनियम का काला साम्राज्य इतना बड़ा है कि यहाँ के माल को भेजने के लिए रेल यातायात का सहारा लेना पड़ता है।और नियमो का हवाला देकर सरकारी विभागों से चोरी का माल बिलासपुर से आसानी से देश की राजधानी तक बेधड़क पहुच रहा है। लगातार कुछ चर्चित आरक्षकों के कारण पुलिस की छबि विभाग के साथ साथ जनता के बीच खराब हो रही है ऐसे में इन चर्चित पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही होने से पुलिस के उच्च अधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे है।पुलिस अधिकारियों को चाहिए दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर जनता का भरोसा जीते ताकि खाकी का भरोसा आमलोगों के बीच कायम रह सके।