त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने दिया नोटिस का जवाब, कहां कांग्रेस का निष्ठावान सिपाही पूरे चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में कार्य किया…..रश्मि सिंह ने कहा कि त्रिलोक के कार्य से उन्हें और पार्टी को हुआ लाभ
बिलासपुर– जिले एवं प्रदेश के कांग्रेस नेता त्रिलोक चंद्र श्रीवास, सचिव -प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ़ ,को बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के अधिकृत प्रत्याशी के शिकायत के आधार पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ़ द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था।जिसके तारतमय में त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अपने सहयोगियों सहित उपस्थित होकर कारण बताओं नोटिस का सप्रमाण जवाब प्रस्तुत किया है।
त्रिलोकचंद श्रीवास ने कहा कि वह कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही हैं ,बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के स्वाभाविक दावेदार होने के पश्चात भी उन्हें टिकट नहीं मिला, उसके पश्चात वह कांग्रेस के पक्ष में कार्य किया और प्रदेश में पाटन विधानसभा, साजा विधानसभा, कवर्धा विधानसभा एवं जहां-जहां प्रत्याशियों ने उन्हें आमंत्रित किया वह वहां जाकर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में कार्य किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें तखतपुर विधानसभा का प्रभारी बनाया, वहां वह पूरे 12 दिन से ज्यादा समय तक अपने सहयोगियों सहित तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार वर्तमान में संसदीय सचिव डॉक्टर रश्मि आशीष सिंह के पक्ष में कार्य किया, 50 सभाएं ली है।
उन्होंने अपने जवाब में कहा कि विजय केसरवानी पिछले 5 वर्षों से ज्यादा समय से उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, वह कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे हैं उनकी पत्नी बेलतरा से जिला पंचायत सदस्य है।
भाई बहु नगर निगम की पार्षद है।उसके पश्चात भी उन्हें या उनके पारिवारिक जनों को कभी भी बेलतरा-विधानसभा क्षेत्र में होने वाले मीटिंग, सभा सम्मेलनों की सूचना नहीं दिया गया, लगातार उनसे अपमानजनक व्यवहार एवं उपेक्षित व्यवहार किया गया है ,उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में त्रिलोक को पार्टी में कोई बड़ा पद ना मिले, इसलिए अपने नाकामी का ठीकरा त्रिलोक के ऊपर फोड़ने की तैयारी के लिए या मनगढ़ंत और झूठा आरोप लगाया गया है।
साथ ही साथ तथा कथित रूप से कोनी के मतदान केंद्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बरगलाने का जो आरोप लगा है, उस पर जिन कार्यकर्ताओं के हवाले से यह आरोप लगाया गया था, उन् कार्यकर्ताओं ने शपथ पत्र देकर कहा कि मतदान समाप्ति के पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता त्रिलोक चंद्र श्रीवास वहां पहुंचे और उन्हें बुलाकर यह कहा कि मतदान के लिए कुछ समय बचा हैं ,मतदान के बाद आपस में वाद विवाद नहीं करना, और वोटिंग किए हो कि नहीं ,यह पूछ कर चले गए, यह मतदान के दिन समय लगभग 4:30 का था और मतदान समाप्त होने में मात्र आधे घंटे थे, यदि उन्हें विरोध करना होता तो वह पहले से ही कोनी क्षेत्र या बेलतरा-क्षेत्र के लोगों को मना करते ,आधा घंटा पहले कैसे किसी व्यक्ति को मना करेंगे, और वह स्वयं इतने वरिष्ठ हैं कि कभी पार्टी के विरुद्ध नहीं जा सकते, त्रिलोक श्रीवास की छवि धूमिल करने के लिए यह झूठl और निराधार आरोप लगाया गया है, त्रिलोक श्रीवास ने बताया कि कोनी निवासी कालू सोनी, मदन पांडे और नीलम खंiडे पूर्व में उनके विरुद्ध दर्जनों झूठi शिकायत आवेदन लगा चुके हैं, यह वही लोग हैं जो भाजपा शासन काल में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता थे, और उनके ऊपर और उनके परिजनों सहयोगियों के ऊपर झूठi अपहरण कैस लगाए थे ,जो बाद में पुनर जांच में झूठा साबित होकर खत्मi खारिज हुआ है, तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के उम्मीदवार संसदीय सचिव डॉक्टर रश्मि आशीष सिंह ने प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक बैज को लिखे अपने लेटर में कहा है कि त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने उनके साथ रहकर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में कार्य किया है। जिससे उन्हें एवं पार्टी को लाभ होगा, इससे स्पष्ट है कि त्रिलोक श्रीवास ने कहीं भी पार्टी लाइन से बाहर जाकर खुलाघात या भीतरघात नहीं किया है। क्योंकि बेलतरा-से कांग्रेस के वर्तमान उम्मीदवार बाहरी है, और स्थानीय मजबूत जनआधार वाले नेताओं को किनारा करना चाहते हैं, इसलिए झूठi अनर्गल आरोप लगा रहे हैं, त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं एवं आम जनता का उन पर निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने का भारी दबाव था, जिसे उन्होंने पार्टी आला कमान के नेताओं के समझाइस पर उनके सम्मान में चुनाव नहीं लड़ा, एवं पार्टी के पक्ष में कार्य करने का निर्णय लिया है, इस अवसर पर श्री त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने अपने आवेदन के साथ 24 पेज का प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किए कार्यों के वीडियो, सीडी फोटोग्राफ संलग्न किए हैं। त्रिलोक श्रीवास ने कहा कि हमेशा से कुछ लोग उनके उनके सहयोगियों परिजनों का छवि खराब करने के लिए बीच-बीच में झूठा आरोप मनगढ़ंत आरोप लगाते रहते हैं, यह वही लोग हैं जो उनके परिवार वह उनसे जन आधार से ईर्ष्या रखते हैं, और पूर्वाग्रह से ग्रसित है।ऐसे लोग नहीं चाहते कि त्रिलोक श्रीवास या उनके परिजन उनके सहयोगी राजनीति के क्षेत्र में सफलता के आयाम गढ़े, इसलिए बीच-बीच में उनका अनावश्यक रूप से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए ऐसे झूठे आरोप लगाते रहते हैं, त्रिलोक श्रीवास ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता और नेता हु ,पिछले 25 वर्षों से टिकट के दावेदार होने के पश्चात मुझे टिकट नहीं मिला, और हमारे पार्टी में बना हुआ हूं, और वर्तमान में और भविष्य में पार्टी की सेवा हमेशा की अपनी सहयोगी और परिजनों के साथ करते रहूंगा।