एवीएम के नन्हें सैनिकों ने किया अपनी पाककला का प्रदर्शन…कभी विद्यार्थी.… कभी सैनिक तो कभी मास्टर सेफ …ऐसे अनगिनत कौशलों से पूर्ण एवीएम के छात्र…
बिलासपुर–आधारशिला विद्या मंदिर न्यू सैनिक स्कूल बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए उन्हें तरह-तरह के क्रियाकलापों से जोड़कर रखता है। एवीएम बच्चों के एकेडमिक पार्ट के अलावा उनके मानसिक विकास, आर्थिक विकास ,सामाजिक व व्यवहारिक विकास जैसे क्षेत्रों की ओर भी विशेष ध्यान केंद्रित करता है।
वार्षिक परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद नए सत्र के प्रारंभ होने से पूर्व छात्रों में पूर्णरूप से उत्साह एवं स्फूर्ति का होना अत्यंत आवश्यक होता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए विद्यालय मे प्रतिदिन बच्चों के लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसमें हरदिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों मे भाग लेकर बच्चे कुछ नया सीख रहे हैं और आनंदित भी हो रहे हैं। जिसमें 21.03.24 गुरूवार के दिन विद्यालय के कक्षा पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने नॉन फायर कुकिंग वाले व्यंजनो को न सिर्फ बनाया बल्कि अपने मित्रों, सहपाठियों और शिक्षकों को बेचा भी । बच्चो ने तरह-तरह के व्यंजन जैसे ब्रेड और दही से बने दही बड़े, भेल ,गुपचुप ,चॉकलेट शेक ,ओरियो लड्डू व केक चना मसाला, झाल मुड़ी, फ्रुट सलाद आदि विविध पकवानों को तैयार किया। विद्यालय के सभी छात्रों इसमें ने उत्साहित होकर बढ़ चढ़कर भाग लिया। विद्यालय के सभी छात्र, शिक्षक एवं दीदी भैया भी इन स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठाते नजर आए। इस तरह के कार्यक्रम कराने का विद्यालय का उद्देश्य बच्चों में आत्मनिर्भरता की भावना एवं आगे बढ़ने की क्षमता का विकास करना है । विद्यालय के चेयरमैन डॉ. अजय श्रीवास्तव का कहना है कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चे क्रय विक्रय, लाभ हानि जैसे वित्तीय निमयों को सरलता से समझने मे सक्षम होंगे,वहीं विद्यालय के डायरेक्टर एस. के. जनास्वामी ने इस कार्यशाला के लाभ के विषय मे बताते हुए कहा कि बच्चे अपने परिवार के घरेलू कार्यों में सहयोग करना सीखेंगे।कुकिंग मे रूचि एवं सीखने की यह प्रक्रिया उन्हें आगे चलकर हायर स्टडीज़ मे भी सहयोगी सिद्ध होगी।उन्हें किसी पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। विद्यालय की प्राचार्या जी.आर.मधुलिका ने भी नन्हें सेफ के स्टालों का मुआयना किया उन्हें टीम वर्क के फायदे व कायदे की टीप दी, खाद्य पदार्थों की स्वच्छता और शुद्धता का महत्व समझाया और एक कस्टमर की भाँति व्यवहार करते हुए व्यंजनो को खरीद कर उनका लुत्फ उठाया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य को सही आकार देना ही हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।