नकली नोट और नोट बनाने के उपकरण के साथ नक्सली सामग्री बरामद….तंगहाली में नक्सली संगठन…..
छत्तीसगढ़–बस्तर में बीते चार दशक से काबिज नक्सल संगठन में अब आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं।नक्सली संगठन द्वारा पहले बस्तर से करोड़ों रुपए के लेवी वसूली करने की खबरें आती रही है।लेकिन बीते कुछ सालों में नक्सल प्रभावित इलाकों में बढ़ रहे सुरक्षाबलों की दस्तक से नक्सलियों का दायरा घटा और सुख-सुविधाओं पर रोक लगी है।इसलिए अब नक्सली संगठन अपना इरादा बदल किया हैं।
नक्सली संगठनों की तंगहाली का आलम यह है कि वो नकली नोट छापकर दिन गुजारने को मजबूर हैं. उनके विभिन्न इलाकों से सुकमा जिले के सुरक्षाबलों ने नकली नोट बनाने के उपकरण मसलन, कलर प्रिंटर मशीन, इन्वर्टर मशीन, कलर इंक और 50, 100, 200 व 500 रुपये के नकली नोट के सेम्पल और भरी मात्रा में बंदूक, वायरलेस सेट, मैग्जीन पोच, नक्सली काली वर्दी कपड़ा व भारी मात्रा में विस्फोटक सामाग्री बरामद किया।
सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने दावा करते हुए बताया कि नक्सलियों के द्वारा नकली नोट छापकर खपाने के फिराक की सूचना मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए 22 जून को जिला बल, डीआरजी बस्तर फाईटर व 50 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी विशेष नक्सल पेट्रोलिंग के लिए ग्राम मैलासूर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम व आस-पास के क्षेत्र की ओर रवाना किया गया था।