
पत्नी बच्चे चाहिए तो बदल लो अपना धर्म…..ससुराल पक्ष के ऊपर लगा धर्मांतरण का सनसनीखेज आरोप…..दामाद के ऊपर बनाया जा रहा है धर्मपरिवर्तन का दबाव….
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ में इन दिनों धर्मांतरण का मुद्दा काफी गरमाया हुआ।जहां एक तरफ शहर के हिंदू संगठन लगातार धर्मांतरण के मामले को लेकर छापामार कार्रवाई करते हुए अपना विरोध जता रहे तो वहीं दूसरी ओर एक परिवार खुलेआम पुलिस की मौजूदगी में अपने दामाद को धर्म बदलने की बात कही।दरअसल पूरा मामला मंगलवार को बिलासपुर के महिला थाना काउंसलिंग लिए आए पति पत्नी बच्चे और ससुराल पक्ष के बीच हुईं बातचीत के दौरान का बताया जा रहा है।
जहां पर जीपीएम जिले वार्ड नंबर छै के रहने वाले सोनू महतो पिता निरंजन महतो का विवाह एक वर्ष फरवरी 2024 में समाजिक रीति रिवाज में दोनों परिवार की सहमति से सम्पन्न हुआ।विवाह के कुछ दिन बाद पत्नी के द्वारा पूजा पाठ के लिए विरोध कर अलग रहने की बात कही।इसके बाद सोनू महतो की पत्नी गर्भवती हुई तो उसके परिवार वाले अपने घर ले गए।
कुछ दिन रहने के बाद उन्होंने किसी तरह सोनू की पत्नी को वापस ले जाने नहीं दिए और इसी बीच में सोनू की पत्नी को जनवरी माह में डिलेवरी हुई जहां उनको एक बच्चे को जन्म दिया।पत्नी और बच्चे को मिलने भी नहीं दिया गया।और सोनू को वहां से बल पूर्वक भगा दिया गया।यही जब अपने परिवार वाले के साथ सोनू अपने ससुराल गया तो वहां पर ससुराल वाले सोनू के परिवार वालों के ऊपर जादू टोना का लांछन लगाते हुए मिलने नहीं दिया गया।
इस बात को लेकर वह थाना तोरवा में एक।लिखित शिकायत कर अपनी पत्नी बच्चे को वापस ले जाने की गुहार लगाई।जिसके बाद मामला महिला थाना में काउंसिलिंग के लिए पहुंचा तो मंगलवार को काउंसिलिंग के दौरान ससुराल वालों ने महिला थाने में हुए बयान में।सोनू ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि महिला थाने में काउंसलर अधिकारियों और पुलिस की मौजूदगी में धर्म परिवर्तन करने के बाद ही उसकी पत्नी और बच्चे को ले जाने के लिए ससुराल वाले कहते रहे। फिलहाल मामला महिला थाने में काउंसिलिंग में है इसके आगे की तारीख दी गई है।