
बांग्लादेशी और घुसपैठियों की सघन जांच पड़ताल में जुटी पुलिस…..विशेष चेकिंग अभियान 300 से अधिक संदिग्धों को किया तलब….
बिलासपुर –शहर की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के और अवैध गतिविधियों की रोकथाम के साथ साथ संदिग्ध बाहरी लोगों के अलावा गुंडे बदमाशों की विशेष चेकिंग अभियान को एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश में बिलासपुर पुलिस के द्वारा के चलाया गया।शहर में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा आपराधिक तत्वों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रविवार को तोरवा, तारबाहर, सिविल लाइन, सरकंडा एवं सिरगिट्टी थाना क्षेत्रों में विशेष रूप से गुंडे-बदमाशों तथा बाहरी राज्यों से आए संदिग्ध व्यक्तियों की सघन चेकिंग की गई। इस कार्रवाई में 300 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों को विभिन्न थानों में लाकर उनकी पहचान, निवास स्थान, दस्तावेजों एवं गतिविधियों का विधिवत जांच पड़ताल की गई।साथ ही इन थाना क्षेत्रों में एक्टिव 20 गुंडे-बदमाशों की भी विधिवत जांच की गई।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अधिकांश संदेही पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, मिदनापुर जिलों तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बिलासपुर आए हुए हैं। इन व्यक्तियों से गहन पूछताछ की जा रही है और उनके आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल ICJS पोर्टल के माध्यम से की जा रही है। इसके अतिरिक्त, संदेहियों के फिंगरप्रिंट्स भी लेकर डाटाबेस में मिलान की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। जिन व्यक्तियों के पास उचित दस्तावेज नहीं पाए गए या जिनकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हुईं अथवा जिनकी किसी अपराध में संलिप्तता हुई, उनके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
एसएसपी साहब का सख्त निर्देश
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने स्पष्ट संदेश दिया कि बिलासपुर पुलिस जन सुरक्षा हेतु प्रतिबद्ध है और किसी भी गुंडे-बदमाश या आपराधिक तत्वों को लगातार चेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस तरह के विशेष चेकिंग अभियान भविष्य में भी नियमित रूप से चलाए जाएंगे। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन की प्रक्रिया को गंभीरता से लें तथा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर सतत नजर रखें।
पुलिस की अपील
बिलासपुर पुलिस आम जनता से भी अपील करती है कि यदि उन्हें अपने आसपास किसी संदिग्ध व्यक्ति अथवा गतिविधि की जानकारी प्राप्त हो, तो तत्काल निकटतम थाना या डायल-112 सेवा के माध्यम से पुलिस को सूचित करें।