यातायात पुलिस ने ड्रीमलैंड स्कूल में शुरू की “यातायात की पाठशाला छात्रों को दिए सुरक्षा के अहम सबक….

बिलासपुर –यातायात पुलिस ने सड़क सुरक्षा और नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक नई पहल की शुरुआत की है। इस क्रम में बुधवार को ड्रीमलैंड हायर सेकेंडरी स्कूल में “यातायात की पाठशाला” का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का उद्देश्य था — छात्रों को ट्रैफिक नियमों की गहन जानकारी देना और उन्हें यातायात के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाना। इस अभियान की शुरुआत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामगोपाल करियारे के नेतृत्व में की गई।

क्या-क्या सिखाया गया?

छात्रों को रेड लाइट जम्पिंग, ओवरस्पीडिंग, बिना हेलमेट गाड़ी चलाना, मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग, और नाबालिगों द्वारा वाहन चालन जैसे नियम उल्लंघनों की जानकारी दी गई।
नियमों की अनदेखी पर लगने वाले जुर्माने और चालानी कार्रवाई की भी स्पष्ट जानकारी दी गई।
बच्चों को यह भी बताया गया कि वाहन चलाते समय नशे या लापरवाही से हादसों की संभावना कैसे बढ़ जाती है।

अलग-अलग टीमों से परिचय

छात्रों को हाईवे पेट्रोलिंग, बीट पेट्रोलिंग, इंटरसेप्टर, QRT, और आईटीएमएस जैसी यातायात पुलिस की विभिन्न टीमों की कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया गया।

बच्चों ने ली सुरक्षा की शपथ

कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ ने सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सामूहिक शपथ ली।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को साझा करते हुए बताया कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह न केवल खुद नियमों का पालन करे, बल्कि दूसरों को भी जागरूक करे।

कार्यक्रम में उपनिरीक्षक (सेनि) उमाशंकर पांडे ने यातायात संकेतों के महत्व को बच्चों को सरल तरीके से समझाया।
इस अवसर पर प्राचार्य निवेदिता सरकार, आरक्षक रोशन खेस और स्कूल स्टाफ भी उपस्थित रहे।

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