पुरानी रंजिश ने ली एक युवक की जान…. परिजनों ने किया हंगामा….पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल…..

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में रविवार को आपसी रंजिश ने एक बार फिर खून-खराबे का रूप ले लिया। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के जरहाभाठा मिनी बस्ती में दो पक्षों के बीच हुए विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया, जिसमें 24 वर्षीय सुमित बांधे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई।

घटना दोपहर की बताई जा रही है, जब मामूली कहासुनी अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। बताया जा रहा है कि पहले से चली आ रही दुश्मनी के कारण सुमित पर घात लगाकर चाकू से हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल युवक को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से तनाव था।जिसका नतीजा एक युवक की मौत के रूप में सामने आया।

घटना के बाद गुस्साए परिजनों और मोहल्लेवासियों ने आरोपियों के घर में आग लगा दी, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालात को काबू में करने के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा। इलाके में अब भी तनाव व्याप्त है।सुरक्षा व्यस्था के साथ अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा बल को तैनात किया गया है।

फिलहाल पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। लेकिन मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही ही इस हत्या की मुख्य वजह है। समय रहते कार्रवाई होती तो शायद सुमित की जान बचाई जा सकती थी।

बहरहाल यह घटना न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है, बल्कि बिलासपुर शहर में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं – हत्या, लूट, चोरी – की भयावह स्थिति पर भी सवाल उठाती है। बीते कुछ महीनों में शहर में अपराध का ग्राफ लगातार ऊपर जा रहा है, लेकिन पुलिस की पकड़ कमजोर साबित हो रही है।

अब देखना होगा कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर क्या ठोस कदम उठाता है, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।

वही इस मामले में सिविल लाइन सीएसपी ने जानकारी साझा करते हुए यह बताया कि इस घटना में थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा सूचना प्राप्त होते ही तत्काल कार्रवाई की गई।दिनांक 13 जुलाई 2025 को मिनी बस्ती क्षेत्र में एक युवक पर चाकू से हमला किए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची तथा मुख्य आरोपी सूरज भास्कर एवं दो विधि से संघर्षरत बालकों को अभिरक्षा में लेकर थाने लाया गया।घायल सुमित बांधे को परिजनों द्वारा थाने लाए जाने के पश्चात, उसकी स्थिति को देखते हुए पुलिस द्वारा ही उसे तुरंत उपचार हेतु अस्पताल लाया गया, जहाँ चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित किया गया।उसी दौरान मृतक के कुछ परिजनों द्वारा आरोपियों के घर में घुसकर आगजनी का प्रयास किए जाने की सूचना प्राप्त होते ही पुनः त्वरित कार्रवाई करते हुए दमकल दल को बुलाया गया, आग पर नियंत्रण पाया गया एवं अतिरिक्त बल लगाकर स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित किया गया।प्रकरण में पुलिस द्वारा पूरी गंभीरता एवं त्वरितता से कार्रवाई की गई है। आगजनी की घटना में भी पृथक से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है। समस्त कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

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