
धर्मांतरण का नया मामला उजागर….. शिक्षिका के खिलाफ हुआ अपराध दर्ज….
बिलासपुर–शहर में एक बार फिर धर्मांतरण का मामला सुर्खियों में है। रविवार को सरकंडा थाना क्षेत्र के गीतांजलि सिटी फेस-2 स्थित एक मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में अवैध धर्मांतरण का आरोप सामने आया। इस मामले में आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अरुंधति साहू मुख्य आरोपी के रूप में सामने आई हैं। पुलिस ने अरुंधति समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है कि अरुंधति साहू पिछले छह महीने से हर रविवार अपने किराए के मकान में प्रार्थना सभा का आयोजन कर रही थी। पड़ोसियों और हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि यह सभा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि मतांतरण का माध्यम बन चुकी थी। सूचना मिलते ही रविवार को पुलिस और हिंदू संगठन के सदस्य मौके पर पहुंचे। मौके पर 20 से 25 लोग मौजूद थे, जिनमें बड़ी संख्या में हिंदू भी शामिल थे।
पूछताछ में शिक्षिका संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। आरोप है कि वहां मौजूद लोगों को लालच और भय दिखाकर धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। अरुंधति का दावा है कि उसे ऐसा करने की अनुमति है, मगर पुलिस ने मामला संदेहास्पद पाते हुए IPC की धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में बिलासपुर में अवैध धर्मांतरण के 25 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, जिले में करीब 150 से अधिक स्थानों पर यह गतिविधियां गुपचुप तरीके से जारी हैं, जिनमें विदेशी फंडिंग की भूमिका पर भी संदेह जताया जा रहा है।
विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को भी घेरा है। आरोप है कि सरकार धर्मांतरण पर रोक के लिए गंभीर कदम नहीं उठा रही है। इस सत्र में प्रस्तावित अवैध धर्मांतरण विरोधी विधेयक भी पेश नहीं किया गया, जिससे सरकार की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं।