
बिलासपुर पुलिस कर रही खाकी की आड में ब्लैकमेलिंग….. रतनपुर थाना और बिल्हा थाना ने डरा के वसूले 80 हजार…. क्या कप्तान रजनेश सिंह अपने वसूलबाजों इंस्पेक्टरों के खिलाफ करेंगे एफआईआर……?
बिलासपुर –पुलिस के दो थानों की पुलिस ने एक बार फिर खाकी का रौब दिखाकर ग्रामीणों को डरा धमका कर वसूली की ….पीड़ित और पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों मामले में थाना प्रभारियों की संरक्षण में जेल भेजने का डर दिखाकर पुलिसकर्मियों ने ब्लैकमेलिंग करते हुए कुल 80 हजार रु की वसूली कर ली।
पहला मामला शुक्रवार का है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित राम धन पटेल,गाँव दोना सागर कंचनपुर थाना रतनपुर के खिलाफ कृषि विभाग,राजस्व विभाग और रतनपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नकली खाद्य जप्त किया था।शुक्रवार को इस मामले में थाना प्रभारी नरेश चौहान और एएसआई उमेश उपाध्याय ने रामधन पटेल को थाना बुलाकर डराया धमकाया और वर्दी का रौब के दम पर जेल भेजने की धमकी देते हुए 70 हजार रु वसूल कर थाने से चलता कर दिया।सूत्रों की माने तो इस मामले में जमकर सौदेबाजी की गई है ,इतना ही नहीं शुक्रवार को रतनपुर थाने में वसूली करने के बाद अपनी कार्रवाई को सही दिखाने के लिए रतनपुर पुलिस ने पीड़ित रामधन पटेल के खिलाफ तीन दिन बाद यानी सोमवार को 151 की भी कार्रवाई कर दी।
सूत्र दावा करते है कि शुक्रवार से लेकर सोमवार तक की गई वसूली की तस्वीरें और सच थाने में लगे सीसीटीवी की जांच से सामने लाया जा सकता है।थाना प्रभारी पर पहले भी कई संगीन आरोप लग चुके है लेकिन अधिकारियों के संरक्षण के चलते कार्रवाई नहीं होने से अब यह खुलकर वर्दी की आड में लोगों को ब्लैकमेलिंग कर वसूली कर रहे है।
दूसरा मामला बिल्हा थाना क्षेत्र का है ..पेशे से किसान पीड़ित रवि कौशिक से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे वे वार्ड नंबर 15 केशला में स्थित अपने खेत में गए हुए थे इसी दौरान बिल्हा थाना प्रभारी उमेश साहू ने अपनी टीम के साथ छापा मारते हुए कुछ लोगों को जुआ खेलते पकड़ा। फरियादी रवि कौशिक ने बातचीत में बताया कि थाना प्रभारी ने जबरन उसे पकड़ लिया और उसका मोबाइल छीन लिया और गाली गलौज करते हुए जबरन पुलिस की गाड़ी में बैठाकर बिल्हा थाने ले गए।
थाने के अंदर भी उनका मोबाइल नहीं दिया गया और थाना प्रभारी उमेश साहू ने उन्हें जेल भेजने और 151 के तहत मामला दर्ज करने की धमकी देते हुए जेब में रखे पैसे भी निकाल लिए।थाने के अंदर पुलिसकर्मियों से डरे सहमे किसान रवि कौशिक ने थाने के पीछे स्थित च्वाइस सेंटर से अंगूठा लगाकर शनिवार की शाम को 5.45 मिनट पर 10 हजार रु निकाले इस दौरान थाने से गया एक पुलिसकर्मी च्वाइस सेंटर से कुछ दूरी पर में खड़ा हुआ था।सेंटर से पैसा निकाल कर रवि कौशिक दुबारा पैसा लेकर बिल्हा थाने आया और प्रधान आरक्षक बलराम विश्वकर्मा को 10 हजार रु नगद दिए जिसके बाद पुलिस ने मामूली कार्रवाई करते हुए उसे थाने से जाने दिया।
वर्दी का रौब और कानून का डर दिखा कर ब्लैकमेलिंग के इस संगीन आरोपों के बाद एक बार फिर बिलासपुर पुलिस सवालों के घेरे में है,दोनों मामलों के सबूत और गवाह थाने में लगे सीसीटीवी में मौजूद है अब देखना होगा कि वर्दी की आड में ब्लैकमेलिंग करने वाले रतनपुर और बिल्हा थाने के प्रभारियों के खिलाफ पुलिस कप्तान रजनेश सिंह क्या कड़ा एक्शन लेते है और कितनी जल्दी खाकी को कलंकित करने वाले ऐसे ब्लेकमेलर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कब अपने ही विभाग में गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाते है या हर बार की तरह सिर्फ लाइन अटैच कर विभागीय जांच बैठा कर इस मामले को पेंडिंग मामलों की सूची में शामिल करवाते है।