मस्तूरी गोलीकांड के षडयंत्रकारी कांग्रेस नेता अकबर खान सहित दो गिरफ्तार…..जनपद उपाध्यक्ष कांग्रेस नेता के हत्या की रची थी साजिश……अन्य आरोपियों की होगी जल्द गिरफ्तारी….

बिलासपुर–स्वार्थ की राजनीतिक और भूमि कारोबार में अपना रसूख कायम कर बड़े आर्थिक लाभ की महत्वकांक्षा के साथ चल रही खींचतान खूनी संघर्ष में बदल गई है। मस्तूरी जनपद के उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता नीतेश सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने कांग्रेस नेता अकबर खान सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस पूरे षड्यंत्र में शामिल बताए जा रहे कांग्रेस नेता तारकेश्वर पाटले और नागेंद्र राय अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

मस्तूरी में चलीं गोलियां, दो लोग घायल……

घटना बीते मंगलवार देर शाम की है, जब नीतेश सिंह के जनपद कार्यालय पर नकाबपोश हमलावरों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर मौजूद पूर्व सरपंच चंद्रकांत सिंह के हाथ में गोली लगी, जबकि राजकुमार सिंह उर्फ राजू सिंह के पैर में दो गोलियां धंसीं। एक गोली नीतेश सिंह के पास से गुजर गई।बताया गया कि नीतेश सिंह ने आत्मरक्षा में अपनी लाइसेंसी पिस्टल से जवाबी फायर किया, जिसके बाद हमलावर भाग निकले। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए अपोलो अस्पताल भेजा गया।

24 घंटे में पकड़े गए आरोपी……
वारदात के तुरंत बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड विश्वजीत अनंत और दो नाबालिक सहित सात आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में हत्या की पूरी साजिश का खुलासा हुआ।पुलिस ने चार को रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ की और यह पता लगाने की कोशिश की कि हथियार कहां से आए और किसके माध्यम से मंगवाए गए।

फायरिंग से पहले मीटिंग कांग्रेस नेता अकबर खान के साथ…..
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि जांच के दौरान कई अहम सुराग पुलिस को लगे है।जिसमें घटना से पहले आरोपी विश्वजीत अनंत की कांग्रेस नेता अकबर खान के साथ श्रीकांत वर्मा मार्ग पर मुलाकात हुई थी।उक्त स्थान पर काफी समय तक एक साथ रहे।
पुलिस ने उस मीटिंग का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया है। जांच से पता चला है कि अकबर खान और विश्वजीत मिलकर मस्तूरी क्षेत्र में जमीन के सौदे करते थे। ठोस सबूत मिलने के बाद अकबर खान को गिरफ्तार किया गया।

साजिश में शामिल हैं तारकेश्वर पाटले और नागेंद्र राय….
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि इस हत्या की योजना में कांग्रेस नेता तारकेश्वर पाटले और नागेंद्र राय की भी सीधी भूमिका रही है।
मास्टरमाइंड विश्वजीत को शूटर्स की व्यवस्था के लिए एक लाख रुपये तारकेश्वर पाटले ने मुहैया कराए थे, जबकि नागेंद्र राय ने योजना तैयार करने में मदद की थी। पुलिस ने दोनों की लोकेशन ट्रैक की है, परंतु वे अब तक फरार हैं।

पांच पिस्टल और कारतूस बरामद….
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने पांच पिस्टल और कई कारतूस बरामद किए हैं, जिन्हें उन्होंने हाईवे के किनारे झाड़ियों में छिपाकर रखा था।
हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि इतनी बड़ी मात्रा में हथियार उन्होंने कहां से खरीदे। जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि सरगना विश्वजीत के उत्तरप्रदेश के मवेशी तस्करों से संपर्क रहे हैं और संभवतः वहीं से यह हथियार मंगवाए गए।

हथियार सप्लायर की तलाश जारी……
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन पिस्टल और कारतूसों की सप्लाई किस चैनल के जरिए हुई। जांच दल ने कई राज्यों से संपर्क साधा है ताकि इस नेटवर्क के मूल स्रोत तक पहुंचा जा सके।

एसएसपी और जांच

मस्तूरी गोलीकांड को लेकर इस घटना में बारिक से बारिक पहलुओं पर नजर रखकर जांच की जा रही है
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि यह पूरा मामला राजनीतिक रंजिश और भूमि कारोबार के विवाद से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने अब तक जो साक्ष्य जुटाए हैं, उनके आधार पर कई अहम खुलासे हुए हैं।
उन्होंने कहा— “हमारे लिए यह सिर्फ फायरिंग की घटना नहीं, बल्कि एक संगठित साजिश है। हर व्यक्ति की भूमिका की जांच की जा रही है और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा।अपराध में शामिल उन सभी दोषियों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।

राजनीतिक टकराव से उपजा खूनी संघर्ष……

बिलासपुर की यह घटना छत्तीसगढ़ की राजनीति में जमीन कारोबार और स्थानीय वर्चस्व की लड़ाई के खतरनाक पहलू को उजागर करती है। पुलिस अब इस पूरे षड्यंत्र के आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं की गहराई से जांच में जुटी है।

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