
बीएलओ की लापरवाही का बड़ा मामला: कांग्रेस नेता का नाम भिलाई की मतदाता सूची में पहुँचा…..वोटर लिस्ट में हेरफेर या चूक? विजय केशरवानी की तीखी आपत्ति…..
बिलासपुर–मतदाता सूची संशोधन के दौरान हुई एक चौंकाने वाली गलती ने निर्वाचन व्यवस्था की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल उठा दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और नगर निगम बिलासपुर के पूर्व पार्षद विजय केशरवानी का नाम, बिलासपुर की बजाय भिलाई नगर के वार्ड क्रमांक 54 की मतदाता सूची में दर्ज कर दिया गया है।
विजय के अनुसार वे नर्मदा नगर, बिलासपुर के स्थायी निवासी हैं और 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर बेलतरा सीट से प्रत्याशी रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान अपने और परिवार के दस्तावेज नियमानुसार नर्मदा नगर के बीएलओ को ही प्रस्तुत किए थे।
ऑनलाइन जांच में खुली गड़बड़ी….
जब उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल पर अपना नाम खोजा, तो वे हैरान रह गए — बिलासपुर में उनका नाम गायब और भिलाई नगर की सूची में शामिल! निर्वाचन कार्यालय में जानकारी लेने पर प्राप्त एसएमएस में भिलाई नगर की बीएलओ द्वारा उनका विवरण सत्यापित दिखाया गया।
प्रश्नों के घेरे में मतदान व्यवस्था…..
यह मामला इस बात को उजागर करता है कि मतदाता सत्यापन प्रक्रिया में या तो तकनीकी खामी है या फिर गंभीर मानवीय भूल। यदि एक पूर्व जनप्रतिनिधि तक ऐसी त्रुटि पहुँच गई, तो आम मतदाता किस भरोसे चुनाव में अपना अधिकार सुनिश्चित कर पाएगा?
विजय केशरवानी की आपत्ति…..उन्होंने कहा
“सभी कागज़ात बिलासपुर के थे, फिर मेरा नाम भिलाई में कैसे जुड़ गया? यह गंभीर लापरवाही है। मैंने राज्य निर्वाचन आयोग को शिकायत भेज दी है और कलेक्टर से भी इस मुद्दे पर चर्चा करूंगा।”
वे अपने नाम को पुनः बिलासपुर की मतदाता सूची में जोड़े जाने की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन के लिए सबक
यह घटना निर्वाचन कार्यालय को संकेत दे रही है कि बीएलओ स्तर पर सतर्कता और पारदर्शिता बेहद आवश्यक है। चुनाव से पहले ऐसी चूकें समय रहते सुधारी न गईं, तो बड़े पैमाने पर मतदान अधिकार प्रभावित हो सकते हैं।




