साइबर विवेचना पर रेंज स्तरीय कार्यशाला संपन्न…..145 अधिकारियों ने लिया प्रशिक्षण…..

बिलासपुर– रेंज पुलिस मुख्यालय में “नवीन कानून के क्रियान्वयन हेतु तकनीकी प्रशिक्षण एवं विवेचना पद्धति” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। साइबर क्राइम और तकनीकी विवेचना को लेकर आयोजित इस कार्यशाला का निर्देशन पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला के नेतृत्व में हुआ, जिसमें रेंज के विभिन्न जिलों से आए कुल 145 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया।

तकनीकी दक्षता बढ़ाने रेंज स्तर पर मासिक प्रशिक्षण कार्यक्रम

पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि अधिकारी-कर्मचारियों की तकनीकी व व्यवसायिक योग्यता बढ़ाने के लिए एक वार्षिक प्रशिक्षण कैलेण्डर तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत प्रत्येक माह रेंज स्तर पर विभिन्न विषयों पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। जून माह के लिए साइबर विवेचना और नवीन कानूनी प्रक्रियाओं पर यह कार्यशाला “चेतना भवन”, रक्षित केंद्र बिलासपुर में आयोजित की गई।

नवीन कानूनों के तहत बदली पूरी विवेचना प्रक्रिया

अपने उद्बोधन में डॉ. शुक्ला ने कहा कि 1 जुलाई 2024 से लागू हो रहे नए कानूनों के बाद पुलिस विवेचना की पूरी प्रक्रिया बदल चुकी है। अब अधिकतर प्रक्रिया ऑनलाइन आधारित है, ताकि साक्ष्यों की सुरक्षा और विवेचना की पारदर्शिता बनी रह सके। विवेचकों को नए पोर्टल्स और एप्लिकेशन के उपयोग की जानकारी देने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण बेहद जरूरी है।

विभिन्न तकनीकी विषयों पर विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन

कार्यशाला के तकनीकी सत्रों में कई विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दिया:

सोशल मीडिया इन्वेस्टिगेशन व मॉनिटरिंग ए.सी.सी.यू. बिलासपुर के एएसपी अनुज गुप्ता ने बताया कि कैसे सोशल मीडिया धोखाधड़ी को थाना स्तर पर ही रोका जा सकता है। केस स्टडी के माध्यम से विवेचना की प्रक्रिया को भी समझाया गया।

NATGRID पोर्टल–पुलिस मुख्यालय रायपुर के सुनील कुमार सेन ने नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड के उपयोग की जानकारी दी और बताया कि कैसे इसके जरिए अपराधियों का सुराग लगाया जा सकता है।

iRAD पोर्टल– समीर चंद्राकर (डिस्ट्रिक्ट रोल आउट मैनेजर, NIC) ने सड़क दुर्घटना डाटाबेस परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि iRAD एप के जरिए दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को ₹1.5 लाख तक की तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सकती है।

CCCTNS एप्स–पुरुषोत्तम वर्मा, भूपेंद्र साहू और उमेश प्रजापति ने e-Sakshya, e-Summon, IO-Mitaan, और Cri-MAC जैसे एप्स की कार्यप्रणाली पर विस्तार से जानकारी दी।

* साइबर क्राइम पोर्टल्स: जोनल पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप ने Samanvay (JCCT-JMIS) और National Cyber Crime Reporting Portal (NCCRP) के जरिए अपराधियों की पहचान व ट्रैकिंग की विधियों को समझाया।

* Mule Account Investigation: निरीक्षक राजेश मिश्रा (रेंज साइबर थाना, बिलासपुर) ने इस विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया।

प्रशिक्षण में शामिल हुए अधिकारी

कार्यशाला में जोनल एसपी दीपमाला कश्यप, एएसपी अर्चना झा, एएसपी अनुज गुप्ता, समीर चंद्राकर, CCCTNS शाखा से पुरुषोत्तम वर्मा, भूपेंद्र साहू, उमेश प्रजापति, सुनील कुमार सेन सहित 7 उप पुलिस अधीक्षक, 20 निरीक्षक, 16 उप निरीक्षक, 34 सउनि, 41 प्रधान आरक्षक व 23 आरक्षक शामिल रहे।

Related Articles

Back to top button