इल्यूम बार के बाहर मामूली विवाद ने लिया हिंसक मोड़…..युवक पर चाकू से हमला……वारदात गंभीर लेकिन पुलिस कार्रवाई में दिखा लचीलापन…..पुलिस कर्मी के बेटे सहित चार आरोपी हुए गिरफ्तार बाकी तीन हुए नदारत….?

बिलासपुर–शहर में स्थित सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के इल्यूम बार के बाहर पार्किंग में रविवार देर रात हुआ विवाद एक गंभीर आपराधिक घटना में बदल गया। देर रात पार्किंग एरिया में हुई बहसबाज़ी ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के नामचीन और सुर्खियों में रहने वाले इल्लुम बार में देर रात 12:30 बजे चाकूबाजी की घटना ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाचा मारा है। शराब के नशे में युवक-युवतियों की बहस छेड़छाड़ तक पहुंची और देखते ही देखते विवाद खूनी रूप ले बैठा। आरोपी ने युवक की कमर से ऊपर चाकू से वार किया, जो साफ तौर पर प्राण घातक हमले की ओर इशारा करता है।
लेकिन आश्चर्य यह कि इतने गंभीर हमले के बावजूद पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा तक को शामिल करना उचित नहीं समझा। जैसे पुलिस को घायल की जान पर नहीं, कागज़ पर दर्ज धाराओं की “सेहत” की ज्यादा चिंता हो।

घटना के बाद पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया, मगर परिजनों का आरोप है कि घायल ने जिन 7 आरोपियों को पहचान लिया, उन सभी पर कार्रवाई न कर केवल 4 पर धाराएँ लगाई गईं। बाकी एक युवती और दो युवकों पर कार्रवाई न होने से यह सवाल उठ रहा है कि इन आरोपियों पर कानून हल्का पड़ा या फिर किसी का भारी प्रभाव पड़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद की शुरुआत आरोपिया शिवानी खुटे और निलेश गेंदले के बीच किसी बात को लेकर हुई कहासुनी से हुई। दोनों के बीच हुई यह तकरार धीरे-धीरे तेज होती गई और भावनाएँ उग्र होने लगीं। स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर मौजूद तीन युवक प्रशांत कश्यप, आयुष यादव और यश तिवारी ने बीच‐बचाव करने की कोशिश की, लेकिन तनाव कम होने के बजाय और बढ़ता चला गया।

तनावपूर्ण माहौल के बीच अचानक स्थिति तब नियंत्रण से बाहर हो गई जब यश तिवारी ने उत्तेजना में आकर अपने पास रखे बटनदार चाकू से निलेश गेंदले पर हमला कर दिया। चाकू सीधे निलेश के पेट के बाएँ हिस्से पर लगा, जिससे वह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। घटना इतनी तेजी से हुई कि वहां मौजूद लोग कुछ समझ ही नहीं पाए और अफरा‐तफरी का माहौल बन गया।इस घटना में घायल निलेश को तत्काल उसके दोस्त ने अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जिसके बाद

सूचना मिलते ही सिरगिट्टी थाना पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुँची। पुलिस टीम ने घटनास्थल को घेराबंदी कर सुरक्षित किया। पुलिस ने मौके से शामिल युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।

जांच के दौरान पुलिस ने बार परिसर और पार्किंग एरिया के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, कई प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए और तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया। उपलब्ध सबूतों के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी यश तिवारी के पास से हमले में प्रयुक्त बटनदार चाकू भी जब्त कर लिया गया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की विस्तृत विवेचना जारी है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि विवाद की असली वजह क्या थी, किस परिस्थिति में स्थिति इतनी बिगड़ी और घटना में किसकी क्या भूमिका रही। साथ ही, यह भी जांच की जाएगी कि क्या आरोपियों ने शराब का सेवन किया था और क्या घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था।

पुलिस ने बताया कि घटना के सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है और जरूरत पड़ने पर और भी कार्रवाई की जाएगी। घटनास्थल पर मिली साक्ष्यों, फुटेज और गवाहों के बयान से यह स्पष्ट है कि विवाद मामूली था, लेकिन युवकों के बीच बढ़ते तनाव और आवेश ने इसे एक गंभीर वारदात में तब्दील कर दिया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम—

शिवानी खुटे उर्फ नेहा, पिता बाबूलाल खुटे, उम्र 20 वर्ष, निवासी फिरंगीपारा कोटा, हाल निवासी राजकिशोर नगर थाना सरकण्डा, बिलासपुर
यश तिवारी, पिता दीपक तिवारी, उम्र 18 वर्ष, निवासी राजकिशोर नगर थाना सरकण्डा, बिलासपुर

प्रशांत कश्यप, पिता स्व. कृष्ण कुमार, उम्र 20 वर्ष, निवासी मोपका संतोषी चौक गुढ़ीपारा थाना सरकण्डा, बिलासपुर
आयुष यादव, पिता धर्मेंद्र यादव, उम्र 20 वर्ष, निवासी मोपका विवेकानंद नगर थाना सरकण्डा, बिलासपुर

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