रेलवे डिपो में काम कर रहे एक छात्र की करंट लगने से हुई मौत……दूसरा छात्र हुआ गंभीर रूप से घायल…..रेलवे अस्पताल में जमकर हंगामा….
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है।जहां पर एक छात्र की मौत हो गई।तो वही अपने साथी को बचाते हुए दूसरा छात्र घायल हो गया जिसका उपचार रेलवे अस्पताल में कराया जा रहा है।इस घटना के सामने आने के बाद बड़ी संख्या में अप्रेंटसशिप में काम करने वाले छात्र रेलवे अस्पताल में बड़ी संख्या में पहुंच कर रेल प्रशासन का जमकर विरोध करते हुए हंगामा कर रहे है।वही इस हंगामे के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित करने में लगा हुआ है।दरअसल रेलवे के बीसीएन डिपो में काम करने के दौरान करेंट लगने से महाराष्ट्र के 19 वर्षीय अप्रेंटिसशिप के छात्र की मौत के बाद छात्रों ने न्याय की मांग को लेकर रेलवे अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया।युवा छात्र आईटीआई के बाद रेलवे द्वारा वेकेंसी निकालने पर देश भर से यहां रेलवे के अलग- अलग विभागों में अप्रेंटिसशिप करने आये है। इन युवाओ का आरोप है कि उनसे बिना सेफ्टी उपकरण के काम लिया जाता है या जर्जर उपकरण दिए जाते है। उनका कहना है कि 70 हजार वेतन पाने वाले टेक्नीशियन अंदर जाकर मार्गदर्शन करने के बजाय उन्हें अकेले काम करने के लिए खतरो के बीच में झोंक दे रहे जबकि वे महज 7 हजार रुपये के लिए जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर है।
बीएनसी डिपो में बोगी के अंदर फिल्टर चेंज करने के दौरान करंट लगने से महाराष्ट्र के जलगांव मुक्ताई नगर निवासी 19 वर्षीय प्रशांत काले की मौत हुई और उसका एक साथी उसे बचाने के चक्कर मे झुलस गया। समाचार लिखे जाने तक छात्र यहां प्रदर्शन कर न्याय के लिए नारे लगा रहे है।
हंगामे और तनाव की सूचना पर डीआरएम समेत रेलवे के अफसर भी रेलवे अस्पताल पहुँच चुके है मीडिया ने उनसे चर्चा का प्रयास किया तो वे भागने लगे। अस्पताल के चेम्बर में रेलवे के अफसर अस्पताल प्रशासन के अफसरों से दरवाजा बंद कर चर्चा कर रहे वही बाहर छात्र न्याय की मांग को लेकर वी वांट जस्टिस के नारे लगा प्रदर्शन कर रहे हैं।बहरहाल अब देखना होगा की इस घटना के बाद रेल प्रशासन काम कर रहे छात्रों की सुरक्षा और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए क्या कदम उठाते है।वही इस घटना में मृतक छात्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर क्या करते है।