
सिम्स महिला गर्भपात मामले में टीम गठित,48 घंटे के अंदर देना होगा जवाब
बिलासपुर– सिम्स हॉस्पिटल में शनिवार को एक गंभीर मामला सामने आया था। जहां गर्भवती महिला मरीज गिरिजा ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मरीज का दावा है कि उसे गलती से गर्भपात कराने वाला इंजेक्शन दे दिया गया।जिससे उसके पांच महीने के गर्भ का नुकसान हो गया। इस घटना के बाद पीड़िता और उसके परिजनों ने सिम्स हॉस्पिटल की महिला डॉक्टरों के खिलाफ मेडिकल सुप्रिटेंडेंट (एमएस) से शिकायत दर्ज कराई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिम्स प्रबंधन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इस जांच टीम में वरिष्ठ डॉक्टर नीरज शेंडे समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं, जिन्हें 48 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी।
सिम्स हॉस्पिटल, जो शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, अक्सर मरीजों की शिकायतों को लेकर चर्चा में रहता है। यहां दूर-दराज से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को कई बार लापरवाही का सामना करना पड़ता है। हालांकि, इस मामले में प्रबंधन ने त्वरित जांच के आदेश देकर अस्पताल की साख को बनाए रखने की कोशिश की है।
सिम्स प्रबंधन का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। इस घटना से मरीजों के बीच चिंता जरूर बढ़ी है, लेकिन अस्पताल प्रशासन की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ऐसी लापरवाहियों पर रोक लगाई जा सकेगी।