नकली नोट छापने का काम करने वाले आरोपी ने पत्नी के किए 6 टुकड़े, एसीसीयू पुलिस को मिला किस्मत का साथ,नोट पकड़ने गए और हो गया मर्डर का खुलासा
बिलासपुर–बिलासपुर जिला लगातार अपराध का गढ़ बनता जा रहा है भले ही बिलासपुर एसपी संतोष सिंह द्वारा नशे पर लगाम लगाने के लिए निजात अभियान चलाया जा रहा है लेकिन उसे पतीला लगाने में कुछ थानेदार शिद्दत से लगे हुए हैं लेकिन, एसीसीयू टीम द्वारा की गई करवाई में वीभत्स हत्याकांड का खुलासा हुआ है दरअसल नकली नोट छापने का काम करने वाले आरोपी पवन सिंह में अपनी पत्नी सती साहू की 2 माह पूर्व हत्या कर दी थी और उसकी लाश को पानी के टंकी में छुपा दिया था नकली नोटों की तफ्तीश करने गई पुलिस मे जब आरोपी के मकान में जांच की तो पानी की टंकी में उसे गली हुई लाश मिली।जिसके बाद साफ हुआ कि वह किसी और की नहीं बल्कि आरोपी पवन सिंह की पत्नी सती साहू की है।
दरअसल सती साहू पवन सिंह का प्रेम विवाह आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व हुआ था जिसके बाद दोनों अपने घर को छोड़कर अलग रह रहे थे इस दौरान लगातार सती और पवन के बीच विवाद हो रहा था जिसके बाद पवन अपने दोनों बच्चों को गांव में छोड़ कर आ गया था और 6 जनवरी को उसमें सतीश साहू की हत्या कर दी और उसकी लाश को 6 टुकड़ों में काटकर पॉलिथीन के सहारे टेप से चिपका कर पानी की टंकी में छुपा दिया था।
पवन सिंह अपने दो साथियों के साथ मिलकर धीरे-धीरे नकली नोट छापने का काम करने लगा था और जैसे ही पुलिस को पवन के करतूत की जानकारी लगी तो वह तफ्तीश करने पवन के घर में पहुंची इस दौरान आरोपी पवन समय कुछ नकली नोट प्रिंटर पुलिस के हाथ लगे जब और छानबीन की गई तो पानी की टंकी में महिला की गली हुई लाश देखकर हैरान रह गए, इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया और महिला की गली हुई लाश को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स रवाना किया गया, इस दौरान बड़ी बात यह है कि हत्या के बाद इन 2 महीनों में सकरी पुलिस को ना तो हत्या की जानकारी मिले और ना ही पवन सिंह द्वारा चलाए जा रहे नकली नोट के गोरखधंधे की अगर समय रहते सकरी पुलिस नकली नोट की कार्रवाई पवन बढ़ कर देते तो शायद एक महिला की जान बच जाती, लेकिन थाना प्रभारी के ठंडे रवैए और सुस्त कार्रवाई के चलते अपराधी प्रवृति के लोगों के हौसले सकरी थाना क्षेत्र में बुलंद नजर आ रहे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि सकरी थाना क्षेत्र में लगातार होती अपराधिक घटनाओं के बाद भी पुलिस महकमा एक्शन मोड में नजर क्यों नहीं आ रहा है आज से कुछ माह पूर्व थाने से चंद मीटर दूर गोलीकांड की घटना हो गई थी इसके बाद एक और वीभत्स हादसा सामने आया है वही ऐसे गंभीर मामलों के बाद भी उपनिरीक्षक थाना प्रभारी को जिम्मेदार न बनाना हैरत में डालता है।