समितियों में माइक्रो एटीएम की व्यवस्था…… माइक्रो एटीएम से किसानों को दस हजार तक की राशि हो रहा भुगतान….
बिलासपुर–प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में राज्य में किसानों के हित में लगातार योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन एवं उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष पहल की जा रही है। वर्तमान में धान खरीदी महाभियान के अंतर्गत किसानों द्वारा उपार्जन केन्द्रो मे धान विक्रय किया जा रहा है।
इस दौरान किसानों को त्वरित रूप से धनराशि उपलब्ध कराने जिले के सभी धान उपार्जन केन्द्र के साथ समितियों में माइक्रो एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। माइक्रो एटीएम की सुविधा मिलने से किसानों को अब अपनी जरूरतों के अनुसार धान उपार्जन केन्द्रो में 02 हजार से लेकर 10 हजार रूपयें तक की धनराशि अपने एटीएम कार्ड के माध्यम से निकाल पा रहे हैं। धान उपार्जन कैन्द्रों में माइक्रो एटीएम की सुविधा मिलने से जिले के किसान काफी खुश हैं उन्हे अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने हेतु राशि निकालने के लिए बैंक का चक्कर नही लगाना पड़ रहा है। उन्हें उपार्जन केन्द्र मे ही आसानी से धनराशि प्राप्त हो पा रही है।अब तक पूरे संभाग में 473 छोटे किसानों के द्वारा 41लाख पंद्रह हजार रुपए निकाल लिए।जिला सहकारी बैंक के द्वारा पूरे बिलासपुर संभाग में माइक्रो एटीम मशीन के साथ भुगतान करने के लिए तत्परता के साथ लगा हुआ है।
इस योजना को लेकर किसानों का कहना कि सुविधा हम किसानों के लिए काफी मददगार साबित हुई है। बताया कि जब फसल पककर तैयार हो जाती है तो उसे काटने और धान के रूप में उपार्जन केन्द्र तक लाने में काफी व्यस्तता रहती है। ऐसे समय में हमें फसल कटाई हेतु मजदूरों के मजदूरी भुगतान, धान की मिंजाई सहित धान उपार्जन केन्द्र तक धान के परिवहन हेतु भुगतान के लिए धनराशि की काफी जरूरत होती है। ऐसे व्यस्त समय में हमें पहले बैंक या दूर स्थित एटीएम का चक्कर लगाना पड़ता था।लेकिन अब उन्हे धान उपार्जन केन्द्र में ही माइक्रो एटीएम की सुविधा मिल जाने से मजदूरी भुगतान, परिवहन हेतु भुगतान सहित अन्य छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने में काफी सहुलियत मिली है।इस योजना से लाभाविन्त होने वाले किसान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का खुशी-खुशी आभार व्यक्त करते हुए उन्हे धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में किसानो के हित में लगातार प्रयास किया जा रहा है जिसके परिणाम भी धान उपार्जन केन्द्रो में की गई बेहतर व्यवस्था से नजर आ रहा है।