बिलासपुर है बस नाम की न्यायधानी…..यहाँ पुलिस और उसका परिवार हो रहा पुलिस प्रताड़ना का शिकार……. जानिए पुलिस प्रताड़ना का शिकार एक पीड़ित आरक्षक की मां की कहानी…..
बिलासपुर –कम ऐसा मामला आता है जब पीड़ित भी पुलिस ही हो पीड़ा देनेवाला भी पुलिस। प्रदेश की न्यायधानी के नाम से मशहूर बिलासपुर में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है,यहाँ खाकी की बर्बरता का शिकार एक खाकीधारी ही हो रहा है। उसने कार्रवाई नहीं करने पर उच्च अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया जाता तो नीचे के अधिकारी दबाव बनाकर मामला रफा दफा करने की बात करते है।पीड़ित बात पर राजी नहीं होता तो उस पर अपराध दर्ज करने की बात कही जाती है। दो वर्षो से न्याय के लिए भटक रहे पुलिस कर्मी को उसी के विभाग से न्याय नहीं मिल रहा है।
उल्टा उसे ही पुलिस स्टाफ परेशान कर रहा है।दो वर्ष पूर्व दिसंबर महीने से चल रहे इस आरोप प्रत्यारोप में पुलिस की ही फजीहत हो रही है।और यह आरोप लगाने वाला भी पुलिस विभाग में पदस्थ प्रधान आरक्षक और उसका परिवार है।शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पीड़ित पक्ष अपने परिजनों के साथ न्याय की गुहार लगाई है और बिलासपुर एसपी को ज्ञापन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।प्रधान आरक्षक की मां सावित्री बाई ने आरोप लगाया कि अरुण कमल वंशी के ऊपर शिकायतों की एक लंबी फेहरिस्त है।उसके बाद भी उसको आरक्षक से प्रधान आरक्षक पर पदोन्नत कर दिया गया।जबकि उसके ऊपर विभागीय जांच भी चल रही उसके बाद भी।यही नहीं अरुण कमल वंशी की दबंगई और प्रताड़ित करने का भी गंभीर आरोप लगाया।वही शिकयत में यह भी आरोप लगाया कि थाने से लेकर उच्च अधिकारी कोई भी इनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लेते।जिसके कारण वह बार घर के सामने और मेरे बेटे संजय जोशी का कार में पीछा करता है।अभी हाल में ही 6 जनवरी को घर के सामने किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वार वीडियो कॉल में पूरे घर को दिखा रहा था।तभी बच्चे की देखरेख करने वाले राजा बंजारे ने उस अज्ञात व्यक्ति से पूछा तो वह अश्लील गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए अरुण कमल वंशी से उलझने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।उक्त अज्ञात व्यक्ति की हरकत घर में।लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।