कोटा विधायक के बयान को लेकर भाजपा हुई मुखर……विधायक निधि और विधायक के बयान पर भाजपा ने उठाए सवाल…..जानिए क्या है पूरा मामला
बिलासपुर–रतनपुर के बंगलाभाठा स्थित चर्च उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर जो विवाद उपजा था।वह अब और गरमाने लगा है और अब यह राजनीतिक मुद्दा बनकर तूल पकड़ लिया है। एक तरफ चर्च के उद्घाटन से लेकर कोटा कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव के द्वारा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपते समय ‘भगवाधारी गुंडे’ वाले बयान पर अखिल भारतीय संत समिति और हिंदूवादी संगठनों ने कड़ा विरोध जताया है। संगठनों ने विधायक से सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि अगर माफी नहीं मांगी गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।तो वही दूसरी ओर भाजपा ने अब इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर विधायक के बयान पर तंज कसते हुए कौन सही कौन गलत पर एक बहस छेड़ दी।धर्मनगरी रतनपुर सियासी घमासान का केंद्र बनते जा रहा है।कही ना कही भाजपा चारों तरफ से कांग्रेस विधायक को घेरने में लग गई।आपको बताते चले कि इस मामले में क्षेत्र में तनाव बढ़ने के साथ राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमा गया है।हाल में ही रतनपुर के बंगलाभाटा में एक आदिवासी समुदाय प्रार्थना भवन का उद्घाटन कार्यक्रम पांच नवम्बर को आयोजित किया गया था।
जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में सुषमा कुमार बिशप डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ विशिष्ट अतिथि अटल श्रीवास्तव कोटा विधायक को बनाया गया था।इस कार्यक्रम को प्रार्थना भवन समर्पण का नाम दिया गया।कार्यक्रम को लेकर बाकायदा पत्रक बनवाया गया और पूरे क्षेत्र में इसे बांटा गया।पत्रक बांटने के बाद यह मामला गरमा गया और हिंदू संगठन और भाजपा खुलकर इसके विरोध में उतर आए।इसके बाद प्रार्थना समर्पण कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।जिसके बाद क्षेत्र के विधायक अटल श्रीवास्तव ने अपने राजनीतिक अस्तित्व को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए निर्माणाधीन भवन पर ग्रामीणों के द्वारा आपसी सहयोग से राशि एकत्र कर भवन का निर्माण किया गया की बात कही।
इस बात को लेकर भाजपा ने पलटवार करते हुए विधायक के इस बयान पर तंज कसते हुए, विधायक निधि से दी गई राशि का लेखा जोखा लेकर मीडिया के सामने लाकर कथनी और करनी कहावत से घेर रहे है।वही मीडिया के सामने भाजपा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि आवंटन राशि कार्यालय कलेक्टर योजना एवं सांख्यिकीय जिला बिलासपुर में रतनपुर बंगला भाठा पुडु कोटा विधानसभा विधायक के द्वारा₹300000 की विधायक मद से राशि स्वीकृत की गई जिसके अंतर्गत एक लाख रुपए पहुंच मार्ग पर मुरूम डालने एवं सामुदायिक भवन के अतिरिक्त कक्ष हेतु उनके द्वारा राशि लिखी गई और वहां निर्माण कार्य भी हुआ लेकिन अभी जो वर्तमान में,,धर्मांतरण गतिविधियों को लेकर बयान बाजी हुई उसमें कोटा विधायक ने अपने वक्तव्य में कहा कि वहां ग्रामीणों के आपसी सहयोग से चंदा एकत्रित करके निर्माण कार्य किया गया तो क्या विधायक मद से स्वीकृत राशि गलत है या फिर उनके द्वारा दिया गया बयान सही है।