बीजेपी की महत्वाकांक्षा ने राम मंदिर में मर्यादाओं का अतिक्रमण किया-शंकराचार्य…… देश में बढ़ती महंगाई के लिए दलालों और मुनाफ़ाखोरों को दोषी ठहराया….आधुनिक गरबा और डांडिया से हिंदू समाज में बढ़ी अश्लीलता..….घर में बच्चों को अच्छे संस्कार दे और धर्म के नाम पर फूहड़ता को रोकना चाहिए.….शंकराचार्य
बिलासपुर– जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा है। कि आज देश में मोदी की गारंटी दिखाई नहीं दे रही है। मौजूदा सरकार बैसाखी के सहारे चल रही है केंद्र की सरकार नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के सहारे चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम नाम को डुबो दिया और नुकसान पहुंचाया है। राम मंदिर में भाजपा ने मर्यादा का अतिक्रमण किया है। भाजपा की महत्वाकांक्षा ने उसका भट्टा बिठा दिया है। स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे धर्म का नुकसान हो। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम किसी के पक्षधर नहीं है। तिरुमला मामले में शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि वस्तुस्थिति का पता नही इसलिए कुछ कहना गलत होगा।वही उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा की हुई दुर्गति पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा धर्म संगत काम नहीं की और वही भाजपा की महत्वाकांक्षा ने ही उसका भट्टा बैठाया दिया।
शंकराचार्य ने कहा कि लोग मोदी की गारंटी भूले वही भाजपा ने मर्यादा का अतिक्रमण किया।उन्होंने कहा कि लोग उनको भाजपा के कार्यकाल में कांग्रेसी कहे जाते हैं और कांग्रेस के शासनकाल में भाजपाई कहे जाते हैं।हम किसी के पक्षधर नहीं हैं।न कोई लोभ,न कोई भय न भावुकता,हम सबके लिए।हिंदुओं के मुद्दे पर शंकराचार्य ने कहा कि ब्राह्मण पुराण की रक्षा करते हैं।महंगाई के मुद्दे पर शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि पहले उत्पाद सीधा दुकानदार के पास पहुंचता था अब दलालों की वजह से उत्पाद महंगे हो रहे हैं।सारी व्यवस्था दलालों की परिकाष्ठा है। मंदिरों में ज्योति कलश के लिए राज्य सरकार के द्वारा घी के लिए दिशा निर्देश जारी करने सवाल पर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने पर कहा कि उस घी का उपयोग करे जो सुगन्ध और प्रफलुत हो। जो वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड कोई नुकसान ना पहुंचाएं। स्वास्थ्य में के लिए उत्तम हूं शुद्ध वातावरण वाले घी का उपयोग करना चाहिए। तेल या घी से इस पर कोई असर नहीं पड़ता। धर्म परिवर्तन के साथ मौजूदा समय में जिस तरह से धर्म के नाम पर फूहड़ता हो रही है। उसे पर भी शंकराचार्य ने तीखी टिप्पणी देते हुए कहा कि ऐसे कार्यों पर प्रतिबंध लगना चाहिए और कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वहीं उन्होंने युवाओं के भटकते पर कहां की घर की अच्छे संस्कार ही बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं इसलिए घरों की शिक्षा बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है । जगद्गुरु प्रधानमंत्री की दाढ़ी की महिमा ही अलग है वह दाढ़ी रखे हुए और खुद को संत मानते हैं और पत्नी से दूर रहते हैं। धर्मांतरण को लेकर उन्होंने कहा है कि धर्म परिवर्तन करने वालों का को राजनेताओं का संरक्षण मिल रहा है सनातन धर्म का पालन नहीं करने के लिए राजनेता दोषी हैं उन्हें जेल में डाल देना चाहिए। जिस तरह विश्व के दूसरे देशों में तालिबान एवं अन्य देशों में लोगों को फांसी की सजा दी जा रही है ऐसे लोगों को इस प्रकार या तो फांसी पर लटका देना चाहिए या जेल में डाल देना चाहिए। । शिक्षा, रक्षा,अर्थ और सेवा एवं धर्म पर उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि हमें परंपरा का संतुलित रूप से पालन करना चाहिए। एक सवाल के जवाब में स्वामी निश्चलआनंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि कांग्रेस की सरकार हमें बीजेपी का मानती है और भाजपा के लोग हमें कांग्रेस का मानते हैं लेकिन मठ मंदिरों के शंकराचार्य दर्शन विज्ञान और शिक्षा के ज्ञाता होते हैं हमारी वाणी पर प्रतिक्रिया होती है और वाणी में लोभ नहीं होता।
आज अशोक वाटिका अशोक नगर मार्ग में दर्शन दीक्षा के पहले जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलना सरस्वती जी महाराज ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जाति धर्म को विकृत करने का प्रयास किया जा रहा है जिसका विरोध होना चाहिए। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्व में उचित लाभ लेकर वस्तु का विक्रय किया जाता था आज दलाल वस्तु विक्रय के माध्यम हो गए हैं और यही कारण है की वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं आज श्रमजीवी कहीं दिखाई नहीं देते हैं। । व्यापार में जो दलाल बढ़ गए हैं उन पर रोक लगनी चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गरीबों का लाभ राजनेता उठाते हैं गरबा एवं डांडिया में अश्लीलता को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगना चाहिए धार्मिक कार्यक्रमों में अश्लीलता नहीं होना चाहिए। हिंदू राष्ट्र को लेकर भी उन्होंने सवालों के जवाब दिए। आज दर्शन दीक्षा संगोष्ठी में अनेक भक्तों ने उनसे आशीर्वाद भी लिया। आज दीक्षा संगोष्ठी कार्यक्रम में काफी संख्या में भक्तजन पहुंचे कल शाम को जगतगुरु शंकराचार्य आगरा के लिए रवाना होंगे।
चारागाह की भूमि का विलोप हो रहा गौ रक्षा पर पत्रकारों के सवाल पर जगतगुरु स्वामी निश्चलना सरस्वती महाराज ने कहा है कि पहले हल में बैलों का उपयोग होता था बैलगाड़ी में बैलों का उपयोग होता था आज बैलों की उपयोगिता नहीं है। आज कृत्रिम दूध का उत्पादन हो रहा है गाय का विलोप हो रहा है ,गोचर भूमि का विलोप हो रहा है। उन्होंने कहा है कि विकास के नाम पर जो भी आधुनिक यंत्रों के प्रकल्प तैयार किया जा रहे हैं इन सभी का विरोध होना चाहिए आधुनिक मशीनों से विकास हो रहा है।
एक जिज्ञासा में कहा कि ज्ञानी को भी भगवान का भक्त कहा जाता है, मठ और मंदिर शिक्षा सेवा और रक्षा के केंद्र है।अशोक वाटिका में स्वामी निश्चलना सरस्वती ने भक्तों को दीक्षा दी तथा उनके भी सवालों के जवाब दिए। स्वामी निश्चलना सरस्वती महाराज ने लव जिहाद पर भी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा है कि भगवान के चरणों में युवाओं का मन लग रहे। जिससे वे भ्रमित नहीं होंगे। उन्होंने भक्तों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ज्ञानी ही भगवान का भक्तिहै। बिना श्रवण के ब्रह्म की निष्ठा नहीं होती। उन्होंने कहा है कि ज्ञानी की को ही भगवान का भक्त कहा जाता है। मंदिर और मठ हमारे शिक्षा रक्षा और सेवा के केंद्र हैं। इस केंद्र में नास्तिक भी आस्था के केंद्र बन जाते हैं।