पूर्वी क्षेत्र अन्तर्विश्वविद्यालयीन पुरूष हाॅकी प्रतियोगिता का उद्घाटन कर प्रशिक्षण से खेल में आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़ -उमेश पटेल
बिलासपुर – भारतीय विश्वविद्यालय संघ के तत्वाधान में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर द्वारा आयोजित पूर्वी क्षेत्र अन्तर्विश्वविद्यालयीन पुरूष हाॅकी प्रतियोगिता का उद्घाटन आज बुधवार को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मंत्री उमेश पटेल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अच्छे खेल के लिए प्रशिक्षण जरूरी है। प्रशिक्षण से पदक तालिका में छत्तीसगढ़ का नाम आगे बढ़ेगा। राज्य में इसकी शुरूआत हो गई है।
स्व. बी.आर. यादव खेल परिसर बहतराई के एस्ट्रोटर्फ मैदान में चार दिवसीय हाॅकी प्रतियोगिता आज से प्रारंभ हुई। प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि उमेश पटेल ने कहा कि बिलासपुर में खेल प्रशिक्षण की कमी को दूर करने के लिए पांच स्थानों पर पायलेट प्रोजेक्ट के तहत प्रशिक्षण की शुरूआत की गई है। जिसमें तीन प्रोजेक्ट बिलासपुर में है। छत्तीसगढ़ खेल के अधोसरंचना के हिसाब से कई राज्यों से अच्छी स्थिति में है लेकिन पदक तालिका में राज्य का स्थान नीचे रहता है। उन्होंने आशाा व्यक्त कि पायलेट प्रोजेक्ट में सफलता मिलने पर प्रदेश के खिलाड़ी भी राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ का परचम लहराएंगे। श्री पटेल ने बताया कि बहतराई स्टेडियम को सर्व सुविधायुक्त बनाने के लिए जो मांगे रखी गई थी उन सभी पर स्वीकृति दी गई है।
श्री पटेल ने आगे कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कमी को दूर करने के लिए राज्य के काॅलेजों में क्रीड़ा अधिकारी, लाईब्रेरियन, प्राध्यापक, सहायक प्रध्यापक के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रकिया की जा रही है। प्रोफेेसर पदों की भर्ती पिछले तीस वर्षाें में पहली बार होने जा रहा है। इसी तरह टेक्नोलाॅजी में आगे बढ़ते हुए ई-लाईब्रेरी की शुरूआत की जा रही है। जिसे बजट में शामिल कर लिया गया है। जब यह मूर्तरूप में सामने आएगा तो विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा की कमी दूरी होगी। उन्होंने कहा कि पीपीपी माॅडल को बढ़ाएंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को रेगुलर कक्षाएं एवं रेगुलर डिग्री मिले।
श्री पटेल ने कहा कि पिछले ढाई वर्ष में राज्य में नैक से ग्रेड प्राप्त करने वाले काॅलेजों की संख्या 40 से बढ़कर 140 हो गई है और वर्ष 2022 के अंत तक सभी काॅलेज नैक के मापदण्ड पूरे करे, यह हमारा लक्ष्य है।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि सिंह ने कहा कि स्व. श्री बी.आर. यादव के नेतृत्व में 32 वर्ष तक बिलासपुर में अखिल भारतीय गोल्ड कप हाॅकी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। हाॅकी खेल को बिलासपुर के निवासी अपना आन बान और शान समझते थे। सर्व सुविधा युक्त स्टेडियम और खेल प्रशिक्षण संस्थान से यहां के प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा। छ.ग. पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि बहतराई स्टेडियम के अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए 100 करोड़ स्वीकृत किये गये है। आने वाले समय में इस स्टेडियम की पूरे देश में अपनी पृथक पहचान होगी। उन्होंने खिलाड़ी बच्चों को खेल मैदान तक लाने ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था हेतु खेल मंत्री से गुजारिश की।
कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य ए.डी.एन. वाजपेजी ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद यह पहला खेल आयोजन है। इस प्रतियोगिता में 14 टीमें भाग ले रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
उद्बोधन पश्चात खेल मंत्री ने मैदान में खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उनका उत्साहवर्धन करते हुए स्वयं भी हाॅकी स्टिक पकड़ कर गोल दागे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुल सचिव डाॅ. सुधीर शर्मा, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, अभय नारायण राय, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।