क्या दुबारा कांग्रेस से टिकट मिलने से कन्हैया पलट सकते बाजी…..पार्टी ने तय किया तो तैत्तीस साल से काबिज भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल को चुनौती देने तैयार– कन्हैया अग्रवाल…..

रायपुर– छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से दक्षिण विधानसभा एक ऐसी विधानसभा है जहा पर कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में लंबे समय से हार का सामना करते आ रही है।

कांग्रेस पार्टी इस विधानसभा के लिए हर बार नए चेहरे को मौका देकर एक आजमाइश के तौर पर इसे जितने का जो प्रयास किया जाता है वह विफल ही साबित होता है।लेकिन हर बार की तरह 2018 के विधानसभा चुनाव में आए परिणाम और हार के अंतर में गौर किया जाए तो कांग्रेस से 2018 में इस विधानसभा से चुनाव लडने वाले कांग्रेस उम्मीदवार कन्न्हेया अग्रवाल ने हार के अंतर को काफी कम किया और भाजपा उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल को कड़ी टक्कर दी।

आपको बताते चले की कन्हैया अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण सीट से पिछले दो चुनावों में अच्छी लीड हासिल करने वाली भाजपा को 2018 के चुनाव में कम लीड से संतुष्ट होने पर मजबूर कर दिया।इस चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस ने कन्हैया अग्रवाल को चुनावी मैदान में उतारा। इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 238782 थी।जिसमें से 147400 ने वोट डाला। जब परिणाम सामने आए तो बृजमोहन अग्रवाल के खाते में 77589 वोट आए। वहीं कन्हैया अग्रवाल को 60093 वोट मिले। इस तरह बृजमोहन अग्रवाल ने 17496 वोट के अंतर से जीत दर्ज की।जबकि 2008 और 2013 के चुनाव में कांग्रेस पच्चीस हजार और पैंतीस हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

यदि कांग्रेस इस सीट पर अपना परचम लहराना चाहती है।पार्टी को इस बार खेमेबाजी से ऊपर उठकर सोचना पड़ेगा।वही इस बार नए चेहरे को मौका ना देकर उसी चेहरे पर दांव लगाकर जोर आजमाइश करना चाइए जो हार के अंतर को कम करने और वोट प्रतिशत में इजाफा करते हुए एक नया समीकरण बनाने में सफल हुए।यह तो साफ होता है की कांग्रेस ने अब तक जिन चेहरे पर दांव लगाया था।उनके सामने यह चैहरा आम मतदाता को काफी पसंद आया और एक बार और मौका मिला तो कांग्रेस की हारी हुई हुई सीट को जीत में बदला जा सकता है।

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