कोलइंडिया ने बढ़ाया मदद के लिए हाथ,बच्ची के इलाज का खर्च वहन करेगा एसईसीएल

बिलासपुर-एसईसीएल के दीपका क्षेत्र में कार्यरत ओवरमैन सतीश कुमार रवि की सुपुत्री सृष्टि रानी, ऊम्र लगभग 2 वर्ष, दुर्लभ बीमारी (rare disease) स्पाइनल मस्कूलर एट्रोफ़ी टाइप-२ से ग्रसित है। इनका इलाज एम्स दिल्ली में किया जा रहा है।उनके एम्स के चिकित्सा रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी के लिए अमेरिका की USFDA द्वारा अनुमोदित एक इंजेक्शन है।हालाँकि इसकी दीर्घावधि में सुरक्षा तथा प्रभाव के बारे में पर्याप्त आँकड़े नहीं हैं। इस ड्रग के प्रभाव के अध्ययन से सम्बंधित नतीजे आने शेष हैं। भारत सरकार की DGCI द्वारा इसके अनुमोदन की प्रतीक्षा है। एम्स की टीम USFDA द्वारा अनुमोदित ड्रग के आधार पर इलाज के लिए तैयार थी यदि वित्तीय सहायता दी जा सके। इस ड्रग को ख़रीदने में लगभग 2.125 मिलियन डॉलर (लगभग 16 करोड़ रुपए) का व्यय आएगा।एसईसीएल को इस चिकित्सा व्यय को स्वीकृत करने के लिए कोल इंडिया लिमिटेड के अनुमोदन की आवश्यकता थी। जो दिनांक 16.11.2021 को चेयरमेन कोल इंडिया द्वारा दे दी गई है।
विदित हो कि भारत सरकार के प्रोत्साहन अनुसार सार्वजनिक उपक्रम इस प्रकार के “रेयर डिजिज” की इलाज में आगे आते रहे हैं । आज हमारा देश और समाज, बच्चियों के लिए “बेटी बचाओ ” जैसे अभियान संचालित कर रहा है । ऐसे में एसईसीएल व कोल इंडिया परिवार का प्रयास समीचीन कहा जाएगा ।

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