
जशपुर में धर्म की हुंकार…. चर्च के सामने कथा करेंगे धीरेंद्र शास्त्री…..
बिलासपुर–बागेश्वर धाम सरकार के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने धर्मांतरण, नक्सलवाद और हिंदू राष्ट्र को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं।
पंडित शास्त्री ने कहा कि एशिया का सबसे बड़ा चर्च छत्तीसगढ़ के जशपुर में स्थित है, और वे उसी चर्च के सामने श्रीमद्भागवत कथा करने का विचार कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि बस्तर क्षेत्र में धर्मांतरण का सबसे अधिक खतरा है और इसे रोकने के लिए व्यापक जनजागरण की जरूरत है। इसी के तहत उन्होंने छत्तीसगढ़ में आगामी समय में पदयात्रा निकालने की घोषणा की। इससे पहले वे 7 नवंबर से दिल्ली से वृंदावन तक एक विशाल पदयात्रा भी करने जा रहे हैं।
बिलासपुर के शंकर नगर चुचुहियापारा में 1 जून से 10 जून तक श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ और सतचंडी महायज्ञ का आयोजन हो रहा है, जिसमें पंडित शास्त्री भाग ले रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को प्रभु श्रीराम का ननिहाल बताते हुए इसे आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत पावन बताया।
बस्तर में माओवादी हिंसा के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की सराहना करते हुए पंडित शास्त्री ने छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे मुख्यधारा में लौटकर भारत की परंपरा और संस्कृति के साथ चलें ताकि विदेशी ताकतों के खिलाफ देश को एकजुट किया जा सके।भारत को “हिंदू राष्ट्र” बनाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि संतों का कमंडल और बागेश्वर धाम का मंडल मिलकर यह कार्य करेगा। पंडित शास्त्री ने कहा, “भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा, हमने इसकी योजना बना ली है।”