
जिला स्तरीय राज्योत्सव 2025…विकास के 25 वर्षों की झलक दिखा रहे हैं आकर्षक स्टॉल….सभी विभागों की जीवंत प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र…..
बिलासपुर–पुलिस परेड मैदान में आयोजित जिला स्तरीय राज्योत्सव 2025 में छत्तीसगढ़ राज्य के गौरवशाली 25 वर्षों की विकास यात्रा को दर्शाने वाली प्रदर्शनी लोगों को आकर्षित कर रही है। तीन दिवसीय इस आयोजन में विभिन्न विभागों ने अपने नवाचार, योजनाएँ और उपलब्धियाँ जीवंत रूप में प्रस्तुत की हैं।

जनसंपर्क विभाग : विकास के 25 वर्षों की झलक फोटो प्रदर्शनी में
जनसंपर्क विभाग द्वारा सजी फोटो प्रदर्शनी में राज्य निर्माण के बाद हुए विकास कार्यों को खूबसूरत छायाचित्रों में प्रदर्शित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की बिलासपुर यात्रा, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा दी गई सौगातें, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषक उन्नति योजना, एक पेड़ माँ के नाम, रामलला दर्शन योजना आदि की झलक इसमें देखने को मिलती है।
पूर्व उपप्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री राजनाथ सिंह तथा स्व. दिलीप सिंह जूदेव के दुर्लभ चित्र विशेष आकर्षण हैं।

कृषि एवं उद्यान विभाग : जल संरक्षण और वैकल्पिक खेती का जीवंत प्रदर्शन
कृषि प्रधान बिलासपुर जिले में भूमिगत जल स्तर में आई गिरावट को ध्यान में रखते हुए विभाग ने कम पानी में अधिक लाभ देने वाली फसलों का मॉडल प्रस्तुत किया है।
मक्का, मूंगफली, उड़द, मूंग और आयलपॉम गेदा मिर्च की अंतरवर्तीय खेती के साथ जैविक उत्पाद, उन्नत बीज, कृषि उपकरण और एफपीओ द्वारा निर्मित वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं। यह प्रदर्शन किसानों को सतत खेती के लिए प्रेरित कर रहा है।

जल जीवन मिशन : हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने की पहल
“हर घर जल ग्राम” की थीम पर आधारित प्रदर्शनी में यह दिखाया गया है कि कैसे उच्च स्तरीय जलागारों से घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से प्रत्येक घर तक स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। यह पहल “जल ही जीवन है” के संकल्प को मूर्त रूप देती है और ग्रामीण क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बना रही है।

पशुधन विकास विभाग : दुग्ध, अंडा और मांस उत्पादन में ऐतिहासिक वृद्धि
पिछले 25 वर्षों में विभाग ने पशुधन क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है — दुग्ध उत्पादन में 87प्रतिशत, अंडा उत्पादन में 449 प्रतिशत, कुक्कुट मांस में 168 प्रतिशत और मांस उत्पादन में 138 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
“गोधाम योजना”, “बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना” और “डेयरी उद्यमिता योजना” ने ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाया है। घायल पशुओं के उपचार हेतु चलित पशु चिकित्सा वाहन सेवाएँ भी संचालित हैं, जिन्हें 1962 नंबर पर निःशुल्क बुलाया जा सकता है।

जिला पंचायत : आदर्श ग्राम की सजीव झलक
स्वसहायता समूहों की दीदियों ने अपने हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। आदर्श ग्राम मॉडल में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन के कन्वर्जेंस से आदर्श ग्राम बनाया गया है।अमृत सरोवर, पंचायत भवन, महतारी सदन, अटल डिजिटल केंद्र और गोधाम जैसे घटकों को आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है। यह ग्राम्य विकास और आत्मनिर्भरता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।

महिला एवं बाल विकास विभाग : सशक्त महिला, समृद्ध समाज
महिला एवं बाल विकास विभाग ने अपनी योजनाओं जैसे महतारी वंदन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया है। यह प्रदर्शनी राज्य में महिला सशक्तिकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य की दिशा में हुए उल्लेखनीय कार्यों को दर्शाती है।

खारंग परियोजना और अन्य जल संरचनाओं के माध्यम से विभाग ने 25 वर्षों में जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। प्रदर्शनी में जलाशयों, नहरों और सिंचाई तंत्रों की तस्वीरें राज्य की कृषि समृद्धि की कहानी कहती हैं।
सीएसईबी द्वारा प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की जानकारी आकर्षक मॉडल और पोस्टर के माध्यम से दी गई है। यह पहल सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करते हुए ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान भारत योजना और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धियाँ प्रस्तुत की हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग ने डिजिटल शिक्षण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्रगति दिखाई है, वहीं पुलिस विभाग ने जनसुरक्षा और “सेवा ही संकल्प” की थीम पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किया है।
2 से 4 नवंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय राज्योत्सव में कुल 25 विभागों ने भाग लिया है। यहाँ विकास की उपलब्धियाँ, आत्मनिर्भरता की दिशा और छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान का सुंदर संगम देखने को मिल रहा है।



