
एवीएम सैनिक स्कूल मे शिक्षकों के लिए शैक्षिक कार्यशाला का आयोजन.. छात्रों के विशिष्ट व्यवहार को समझाने गुजरात से आए प्रशिक्षक….
बिलासपुर–आधारशिला विद्या मंदिर सैनिक स्कूल में दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण व अभिभावकों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें शिक्षकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षक के तौर पर एम्पावर कंसल्टेंसी एंड सेंटर फॉर स्पेशल एजुकेशन की निदेशक व स्पीक मैके की राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ममता बालासुब्रमण्यम जामनगर (गुजरात)से तथा सीबीएसई की रिसोर्स पर्सन व फ्रीलांस टीचर ट्रेनर शिवानी आचार्य (गुजरात)रहीं ।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सामान्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों से भिन्न था क्योंकि यह प्रशिक्षण शिक्षा के साथ साथ बाल मनोविज्ञान पर भी केंद्रित था । जहाँ पर प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का मुख्य बिंदु था बच्चों को समझना ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन कक्षा कक्ष की परिस्थितियाँ , शिक्षक शिक्षार्थी संचार, संचार में आने वाली रुकावटें , रुकावटों की पहचान , छात्रों पर उसका प्रभाव और त्रुटियों का समाधान आदि विषयों पर वार्ता , विचार विमर्श और वर्कशॉप किया गया । प्रशिक्षकों ने शिक्षकों को बताया कि किस तरह कक्षा में शिक्षकों का व्यवहार विद्यार्थियों को प्रभावित करता है और जाने अनजाने में कही गयी बातें विद्यार्थियों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं जिससे विद्यार्थियों के सीखने की प्रक्रिया में रुकावट आ जाती है ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा दिन विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों पर आधारित था । जिसमें उन्होंने विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान , उनकी जरूरतें , उनकी विशिष्ट योग्यताओं आदि पर विस्तार से चर्चा की । दूसरे दिन के प्रशिक्षण में विद्यार्थियों के माता – पिता भी कार्यशाला का हिस्सा बने और प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और अपने बच्चों से संबंधित समस्याओं पर प्रशिक्षकों से विचार विमर्श किया और उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया । विशेषज्ञों से बात करने के बाद अभिभावकों को आश्चर्यानुभूति हुई कि उनके बच्चे कुछ क्षेत्रों में बेहद अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं , बस जरूरत है उनकी उस छिपी हुई प्रतिभा की पहचान करने की ।
उसके बाद प्रशिक्षकों ने शिक्षकों से हावर्ड गार्डनर का बहुबुध्दि सिद्धांत ,ब्लूम टेक्सोनॉमी ,लर्निंग ऑउटकम के लिए स्मार्ट का पंचपदीय सिद्धांत आदि का उपयोग करते हुए पाठ्य योजना का निर्माण आदि विषयों पर गतिविधि के साथ चर्चा की ।
शिक्षकों की दृष्टि से यह प्रशिक्षण सत्र बहुत महत्वपूर्ण रहा । जहाँ उन्हें अपने बच्चों के व्यवहार व उनकी मनः स्थिति को समझने का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण मिला । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद शिक्षक निश्चित रूप से विद्यार्थियों को समझ सकेंगे और उनकी सीखने की क्षमता के अनुसार पठन पाठन की प्रक्रिया में बदलाव ला सकेंगें ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के पश्चात विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. अजय श्रीवास्तव और विद्यालय के डायरेक्टर एसके जनस्वामी ने स्मृति चिह्न के साथ ममता बालासुब्रमण्यम और शिवानी आचार्य को धन्यवाद दिया । विद्यालय के प्रिंसिपल जीआर मधुलिका ने विशेषज्ञ अतिथि को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया और विद्यालय के साथ जुड़े रहने तथा ऐसे शैक्षणिक सत्रों के माध्यम से शिक्षकों का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया ।