प्रभारी अधिकारी के हाथों आबकारी विभाग बेसुध….थाना और थानेदार को भी नहीं थी आहट…..खबर के बाद पुलिस महकमे में सुगबुगाहट, आखिर किसके सरंक्षण में चल रहा था टपरी में शराबखोरी का अवैध आहता….?बेखौफ होकर थाने से चंद दूरी और मुख्य सड़क मार्ग में स्थित टपरी वाला होटल बना नशे का अड्डा…..

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर इन दिनों नशे को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है।आलम यह कि नशा के गिरफ्त में शहर हो या ग्रामीण अंचल कोई भी अछूता नहीं है।बढ़ते नशा से कारोबार में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।बढ़ते नशे का मुख्य कारण अच्छी खासी कमाई का एक जरिया नशे का कारोबार बना हुआ है।

आबकारी अमला विफल

अवैध रूप से नशे के कारोबार में मादक गांजा चरस अफीम मेडिकल नशा या अवैध रूप से शराब पर नकेल कसने में संबंधित विभाग आबकारी विभाग कार्रवाई को लेकर पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है।लंबे समय से आबकारी विभाग नशे के खिलाफ कोई बड़ी या ठोस कार्रवाई को लेकर अभी तक गंभीर नजर नहीं आ रहा है।जिसका परिणाम यह की आज शहर के अलग अलग गली मोहल्ला चौक चौराहों पर बड़ी आसानी से आपको नशे का समान मिल जायेगा।अवैध रूप से नशे कारोबारियों पर नकेल कसने और कार्रवाई को लेकर इनके पास ना तो कोई सूचना तंत्र है और ना ही इस ओर इनका ध्यान जाता है।विभाग के कार्यप्रणाली पर नजर डालेंगे तो यहां के अधिकारी और कर्मचारी सिर्फ शराब भट्टी में शराब की बिक्री पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपना ग्राफ बढ़ाने में लगे है।

नशे के खिलाफ पुलिस कप्तान और कार्रवाई

वही दूसरी ओर पुलिस विभाग के कप्तान रजनेश सिंह नशे के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ मुहिम चलाकर नशे कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे है।अवैध नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ आर्थिक चोट के साथ साथ इनकी संपतियों को फ्रिज कर इनकी काली कमाई का पूरा खाखा निकालने ओर इनको सलाखों के पीछे डालने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।समय समय में अवैध रूप से शराब बेचने व अवैध रूप से शराब पीने वाले पिलाने वालो के खिलाफ कार्रवाई में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे है।

टपरी वाला होटल और शराबखोरी

सरकंडा थाने से चंद कदमों की दूरी पर सड़क किनारे चल रहे ढाबे पर ग्राहकों को खुलेआम शराब पराेसी जा रही है।मिली जानकारी के मुताबिक ढाबे में रोज ही पुलिसकर्मियों का आना जाना भी लगा रहता है। इसके बाद भी ढाबा संचालक के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। इसके पीछे का कारण ढाबा संचालक की पुलिसकर्मियों से मिलीभगत बताई जा रही है। ढाबे में शराबखोरी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सरकंडा थाने के पास एसईसीएल मुख्यालय के सामने एक ढाबा संचालित हाे रहा है। इस होटल में प्रतिदिन शाम ढलते ही नशेड़ियों की भीड़ लगने लगती है। थाने के सामने ही चलने वाले इस ढाबे में ग्राहकों को खुलेआम शराब परोसी जाती है। जानकारों की माने तो इसी ढाबे से सरकंडा थाने के लिए बंदियों को खाना सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही थाने के कर्मचारियों का यहां पर आना जाना भी लगा रहता है। इसके बाद भी ढाबा संचालक बेखौफ होकर अपने ग्राहकों को शराब परोस रहा है। यहां आने वाले लोग टेबल पर शराब की बोतल रखकर पैग लगाते हैं। इसके बाद भी पुलिसकर्मियों की नजर इन पर नहीं पड़ रही है। इधर पुलिस के अधिकारी शहर में सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने और परोसने वालों पर कार्रवाई का लगातार दावा कर रहे हैं। शनिवार की रात से वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस के इन दावों की पोल खुलती नजर आ रही है।सवाल ये उठता है कि किसके संरक्षण में ढाबा संचालक लोगों को खुलेआम शराब परोस रहा है क्या इसे पुलिस का जरा भी खौफ नहीं या ढाबे संचालक को संरक्षण देने में हाथ ही????

आबकारी अमले को भी नहीं लग रही भनक…

शहर के भीतर टपरी होटल की आड़ में लोगों को शराब परोस रहे इस ठिकाने की भनक आबकारी अमले को भी नहीं है। मुख्य मार्ग पर चल रहे इस टपरी होटल में रोज ही शराब पीने वालों की भीड़ लगी रहती है। इसके बाद भी आबकारी अमले ने इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जानकार बताते है कि यहां पर आबकारी अमले के कुछ जवान भी आते रहते हैं। खाली के कुछ समय में देखे तो पूरा विभाग सिर्फ अवैध महुआ शराब के पीछे पड़ा हुआ है जबकि शहर में खुलेआम कोच्चियों की दुकानदारी चल रही है और बड़े स्तर पर अवश्य आपको खपाने पानी का काम भी किया जा रहा है, विभाग की उदासीनता के चलते ही शराब व्यापारियों में उत्साह बना हुआ है और खुलेआम अवैध मयखाना खोलकर शराब परोसने का काम किया जा रहा है।

सरकंडा थाना क्षेत्र बना नशे का गढ़……

बिलासपुर जिले का सबसे बड़ा थाना सरकंडा पूरी तरह नशे की गिरफ्त में पहुंच चुका है एक और पुलिस कप्तान द्वारा प्रहार अभियान चलाकर नशे के व्यापारियों को हर तरीके से खत्म करने का काम किया जा रहा है दूसरी ओर सरकंडा थाना और थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों के सरपरस्ती में बड़े स्तर पर नशे का व्यापार फल फूल रहा है।सरकंडा क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा इलाका हो जहां नशे का व्यापार ना चल रहा है खुलेआम दारू गांजा सट्टा जुआ और मेडिकल नशे की दुकानदारी चल रही है चिंगराजपारा से लेकर मोपका लिंगियाडीह अपोलो बंधवा पारा इलाके में बड़ी संख्या में नशे का सामान खुलेआम बेचा जा रहा है इसी का कारण है की मुख्य सड़क पर एसईसीएल मुख्यालय के सामने खेल परिसर के बगल में खुले हम शराब परोसने का काम किया जा रहा था इससे साफ है कि सरकंडा क्षेत्र में पुलिस की सहपरस्ती में खुलेआम नशे का व्यापार फल फूल रहा है और महीने की मलाई पुलिसकर्मियों और अधिकारियों तक पहुंच रही है।

पूरे मामले में सरकंडा थाना प्रभारी ने बताया कि शराब पीने वाले सात और एक होटल संचालक के ऊपर आबकारी एक्ट और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई।

बहरहाल इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई महज एक औपचारिकता के तौर पर देखा जा सकता है।अवैध रूप से संचालित शराब परोसने का सिलसिला कोई एक दो दिन का नहीं बल्कि काफी लंबे समय से अवैध कब्जा करके चलाया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button