
अनोखी परंपरा वाला मंदिर….साल में सिर्फ एक दिन खुलता है 150 साल पुराना मंदिर……
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के हटरी चौक स्थित लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराने राम-सीता-हनुमान मंदिर में दशहरे के दिन अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है। खास बात यह है कि यह मंदिर पूरे साल बंद रहता है और केवल विजयादशमी के अवसर पर कुछ घंटों के लिए ही श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोला जाता है। इसी अनोखी परंपरा के कारण लोगों की आस्था इस मंदिर से गहराई से जुड़ी हुई है।
मंदिर के पट खुलने से पहले परंपरा अनुसार सबसे पहले परिवार के सदस्य पूजा-अर्चना करते हैं, जिसके बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाता है। श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन का इंतज़ार करते हैं। मान्यता है कि करीब 150 वर्ष पूर्व यहां एक विशाल नीम के पेड़ की जड़ों से भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की प्रतिमाएं प्रकट हुई थीं। इन्हीं प्रतिमाओं के आधार पर मंदिर की स्थापना की गई।
यहां मन्नत मांगने की अनोखी परंपरा भी है। श्रद्धालु नारियल बांधकर अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं और मुराद पूरी होने पर दशहरे के दिन उसे खोलकर भगवान का आभार मानते हैं।
विजयादशमी पर उमड़ने वाली भारी भीड़ न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं को दर्शाती है, बल्कि यह मंदिर सामाजिक अनुशासन और परंपरा का प्रतीक भी बन चुका है।