फेंके हुए पैसे को नहीं उठाती हूँ साहब,मेहनत की कमाई इज्ज़त से मिले तो अच्छा देखिए वीडियो
बिलासपुर-आज भी मजदूर अपनी मजदूरी को लेकर कितना बेबस और असहाय है।यह बात कोई ग्रामीण अंचल की नही बल्कि अपने शहर की है।और वो भी संभागीय कार्यलय के बाहर खड़े मजदूरों की।हम आपको बता दे कि बिलासपुर रेंज के आईजी ऑफिस में मिट्टी फेकने के काम के लिए ठेकेदार रोजी में मजदूर को काम मे लेकर आया था।
जहाँ पर पच्चीस सौ रुपये में काम की मजदूरी तय की गई।तय समय से पूर्व ही सभी मजदूरो ने अपनी मजदूरी करते हुए काम को पूरा कर लिया लेकिन शाम 6 बजे तक ठेकेदार का कोई अतापता नही था,
बार बार मजदूरों ने फोन लगाकर कर अपने मजदूरी की भुगतान के लिए ठेकेदार को बोलते रहे लेकिन उस ठेकेदार ने उनकी रोजी मजदूरी देना समय मे उचित नही समझा और शाम को पहुँच कर उनपर झलल्लाते हुए अनाप शांनप शब्दो का प्रयोग करते हुए उसने सारी मर्यादाओं को तार तार करते हुए भारतीय मुर्दा के साथ महिला मजदूरों का भी अपमान करने कोई कसर नही छोड़ी।