आईजी ने ली पुलिस अधीक्षकों की रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक,साईबर ठगी के मामलों जल्द करे निराकरण
बिलासपुर-आईजी रतन लाल डांगी ने पुलिस अधीक्षको की सोमवार को रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक ली,बैठक में शामिल रेंज के सभी पुलिस अधीक्षकों को आईजी ने विभिन्न जगहों आयोगों से प्राप्त शिकायतो का जल्द निराकरण,महिला बच्चो सम्बंधित अपराधो में त्वरित कार्यवाही ,एक ही जगह जमे पुलिसकर्मियों को हटाने,वर्षा के जल को सरंक्षित करने,नौकरी लगाने के नाम से ठगी करने व जमीन सम्बंधित धोखाधड़ी करने वालो पे एफआईआर करने,साईबर ठगी से पीड़ित व्यक्तियों को थाने के माध्यम से रकम वापसी सुनिश्चित करवाने हेतु विभिन्न निर्देश दिए।
आज आईजी ने रेंज के पुलिस अधीक्षकों की अपराध समीक्षा बैठक ली,बैठक में आईजी ने महिला बच्चो सम्बंधित अपराधों में त्वरित कार्यवाही करने ,जमीन सम्बंधित शिकायतो में शिघ्र जांच कर एफआईआर करने,नौकरी लगाने वालों मामलो मे लेन देन कर धोखाधड़ी करने की शिकायत मिलने पर सम्बंधित के विरुद्ध एफआईआर करने के निर्देश आईजी ने दिए।
इसके अतिरिक्त साईबर ठगी से सम्बंधित शिकायत मिलने पर पीड़ितों को रकम वापसी करवाने हेतु साईबर सेल पर निर्भरता कम कर थानों को ही त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित कर पीड़ितों को राहत पहुँचाने के निर्देश दिये।थाना चौकियों में साफ सफाई रखने,मालखानो में रखे जब्ती सामानों को व्यवस्थित रखने के साथ ही उनके शिघ्र निराकरण एवम पुराने कागजातों एवम नस्तियों के नियमानुसार निरस्तीकरण करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा जिलो में नियमित तौर पर परेड सन्चालित करने,शासकिय सामानों के रख रखाव व वर्षा पानी से सुरक्षित रखने के निर्देश आईजी ने दिए।
गम्भीर अपराधों की थानेदार स्वयं करें विवेचना:-
आईजी ने पुलिस अधीक्षको को निर्देशित किया कि थानों में दर्ज होने वाले गम्भीर अपराधों में विवेचना स्वयं थाना प्रभारी करें तथा केशो का आवंटन सभी विवेचकों में समान रूप से करें ताकि किसी को भी अनावश्यक बर्डन न पड़े और जल्द से जल्द निराकरण हो सकें।
पुलिस अधीक्षको को अपने कार्यालयों के सभी कार्यो व शाखाओं के कार्यो का निरीक्षण करने,विभागीय जांचों शिकायतो का निराकरण,विभिन्न आयोगों द्वारा प्राप्त शिकायतो का निराकरण व उनके द्वारा प्राप्त पत्रों के जवाव पेश करने के निर्देश दिए।
लम्बे समय से कार्यालयों व थानों में जमे पुलिसकर्मियों को हटाने के दिये निर्देश:-
आईजी ने लम्बे समय से एक ही थाने व कार्यालयों में जमे पुलिसकर्मियों को हटाने के निर्देश दिए हैं।आईजी ने कहा कि अक्सर देखा जाता हैं कि कार्यालयिन कार्यो में जो पुलिसकर्मी पदस्थ हैं, उनके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों को उनका कार्य नही आता और न अन्य पुलिसकर्मी सीखना चाहते हैं, जिससे कि विकल्प के अभाव में जो पुलिसकर्मी कार्यालयिन कार्यो में लगें हैं वो ही हमेशा वहां कार्य करते रहते हैं, जिसे देखते हुए आईजी ने नए पुलिसकर्मियों को अवसर देने हेतु कहा हैं ताकि नए पुलिसकर्मी भी काम सिख सकें।इसके अलावा आईजी ने सीयूजी नम्बर हर पुलिसकर्मी को हर वक्त चालू रखने के निर्देश भी दिए।
कंट्रोल रूम से हो सूचनाओं का आदान -प्रदान:-
आईजी ने सुझाव देते हुए कहा कि कंट्रोल रूप को सक्रिय रह कर जिले के किसी हिस्से में होने वाली घटनाओं या अपराधों का आदान प्रदान सभी थानों में करना चाहिए ताकि अपराध नियंत्रण में मदद मिल सकें।इसके अलावा पुलिस में आने वाले शिकयतकर्ताओ से उचित व सौम्य व्यवहार करने के निर्देश आईजी ने दिए।