
माता कि विदाई में आस्था का जनसैलाब……नयनाभिराम झांकियों के साथ माता रानी….डीजे की धून में थिरकते श्रद्धालु…..
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में शारदीय नवरात्र में पूरा शहर जहां मां दुर्गा के आगमन के बाद पंडालों में विराजमान माता की भक्ति भाव से सराबोर होकर नौ दिन तक चलने वाले नवरात्र पर्व को पूरी आस्था के साथ मनाते हुए,शुक्रवार को मां दुर्गा की विदाई देने का सिलसिला शहर के मुख्य मार्ग में चला जो पूरी रात और दूसरे दिन तक चलता रहा।शहर की अलग अलग दुर्गा समिति के द्वारा माता रानी के साथ मनमोहक झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रही।वही डीजे की धून में समिति के सदस्य और श्रद्धालु थिरकते हुए नजर आए।वही इस मौके पर जमकर आतिश बाजी भी की गई।
उमड़ा जन सैलाब
शुक्रवार को शाम से ही रुक रुक कर हो रही बारिश ने श्रद्धालुओं की आस्था में कोई दखल नहीं दे पाई और श्रद्धालुओं के ऊपर इस बारिश का भी कोई असर नहीं पड़ा और बड़ी संख्या में लोगों का एक जन सैलाब शहर के मुख्य मार्ग में उमड़ पड़ा।जैसे जैसे रात होती गई वैसे वैसे बड़ी संख्या में श्रद्धालु विसर्जन मार्ग में पहुंचते चले गए।सदर बाजार से लेकर विसर्जन स्थल तक सड़क के दोनों तरफ विशाल जन समूह माता की विदाई देखने के लिए बैठे रहे।
झांकियां…….
इस वर्ष दुर्गा समितियों के द्वारा मां दुर्गा के विसर्जन में अलग अलग और मनमोहक झांकियां रखी गई।जिसमें धार्मिक और समाजिक दोनों का समावेश देखने को मिला।ये झांकियां श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी रहीं।जय जवान से लेकर महाभारत के महारथियों और भगवान श्री कृष्ण और हनुमान जी भी नजर आए।
विवाद की बनी स्थिति
विसर्जन के दौरान अलग अलग मार्ग से आ रही दुर्गा समितियों के मुख्य मार्ग में प्रवेश होने को लेकर विवाद की स्थिति गहराई थी।वही कई बार सिटी कोतवाली चौक में बहस और धक्का मुक्की जैसी स्थिति के कारण तनाव बना लेकिन समितियों के अन्य सदस्यों के द्वारा यह हिंसक रूप नहीं ले पाया।
पुलिस मूक दर्शक बनी रही….
शुक्रवार को माता रानी के मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन विफल नजर आया।बड़ी संख्या में भले ही पुलिस के आला अधिकारी और जवान नजर आए लेकिन वह सिर्फ ओपचारिकता करते हुए दिखे।मुख्य मार्ग में दुर्गा प्रतिमा को लेकर आने वालीं समितियों के अलावा बड़ी संख्या में एक बड़ा जन सैलाब विसर्जन मार्ग में उमड़ पड़ा।जिसको लेकर पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं था।नतीजा यह हुआ कि सदर बाजार और विसर्जन मार्ग में काफी दबाव की स्थिति बन गई।थी।इस जन सैलाब में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चो के अलावा युवतियां भी आई थी।जिनको बार बार भीड़ में फंसना पड़ा और उस भीड़ में उनको काफी जद्दोजहद करना पड़ा।भीड़ में फंसने से उनको बहुत ही असहज महसूस करना पड़ा।इन सब के बाद भी पुलिस कई बार श्रद्धालुओं पर भड़ास निकलते रहे और भीड़ को काबू करने के बजाए उनसे ही बत्तमीजी करके उनके साथ धक्का मुक्की करते रहे।दुर्गा प्रतिमा को लेकर आनी वाली दुर्गा समितियों को विसर्जन मार्ग में प्रवेश को लेकर पुलिस के आला अधिकारी खड़े होकर देखते रहे।जिसके कारण विवाद की स्थिति बनी।जबकि इतनी बड़ी संख्या में महिला स्टाफ के साथ आला अधिकारी और थानेदार सहित पूरा पुलिस महकमा लगा रहा लेकिन यह सब एक महज औपचारिकता बनकर रह गया।
बिजली के तार और डीजे…..
सिटी कोतवाली चौक में तेलीपारा से आने वाली एक समिति का डीजे सेटअप कुछ ज्यादा ही बड़ा था।जिसके कारण सड़क के आर पार गए बिजली के ग्यारह केवी की लाइन में यह डीजे फंस गया।जिसको लेकर काफी जद्दोजहद करना पड़ा।इस जद्दोजहद में ग्यारह केवी की करंट से दौड़ती लाइन के बीच में जैसे तैसे करके उस बिजली के तार को उठाकर डीजे निकला गया।