कोतवाली थाना क्षेत्र बना नंबरी सट्टा का गढ़….कप्तान के आदेश का प्रभारी पर नहीं कोई असर….
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में बिलासपुर जिले के कप्तान अवैध कारोबारियों के ऊपर नकेल कसते हुए लगातार कार्रवाई के लिए दिशा निर्देश जारी कर अपराध में लगाम लगाने के लिए कमर कसे हुए तो वही दूसरी ओर शहर के मध्य में स्थित थाना कोतवाली पर इनका कोई असर होते हुए नहीं दिख रहा है।सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार शहर के अलग अलग थाना क्षेत्र में जहां नंबरी सट्टा का कारोबार बंद हो गया है।उसके बाद भी कोतवाली थाना क्षेत्र में आज भी नंबरी सट्टा बड़े जोर शोर से संचालित हो रहा है।आज भी शहर में कई ऐसे थाना क्षेत्र है जहां पर बड़े बड़े खाईवालों को पकड़कर उनको सलाखों के पीछे डाल दिया गया।तो वही आज भी कोतवाली थाना क्षेत्र में खुलेआम नंबरी सट्टा का खेल जारी है।
पूरे कोतवाली क्षेत्र की बात करे तो लगभग एक नामचीन सटोरिया बड़ा खाईवाल आज भी कोतवाली थाना क्षेत्र को अपना गढ़ बनाया हुआ है।इस खाईवाल के अलग अलग लोग अलग अलग स्थानों में बैठ कर सट्टा के कारोबार को संचालित कर रहे है।कोतवाली थाना क्षेत्र में लगभग सात से आठ स्थानों में नंबरी सट्टा का खेल खिला रहे है।अलाम यह की थाना से महज सौ मीटर की दूरी पर ही एक खुलेआम नंबरी सट्टा खिला रहा है।इसी तरह टिकरापारा में तीन स्थानों के साथ मामा भांचा तालाब के पास वाली गली,करबला,तेलीपारा शनिचरी,दयालबंद।बताया जा रहा की इसमें एक खाईवाल के द्वारा अवैध रूप से गांजा बेचने का काम करता है।गौरतलब हो कि जब पूरे शहर में सट्टा के खिलाफ पुलिस कप्तान ने फरमान जारी किया तो लगभग सभी थाना क्षेत्र में कार्रवाई कर सटोरियों को हवालात का रास्ता दिखाया।लेकिन इस बीच चल रही कार्रवाई में कोतवाली थाना क्षेत्र में कार्रवाई नहीं होना अपने आप में एक सवालिया निशान खड़ा करता है।
वही इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी विवेक पांडे से पूछने पर जानकारी नहीं होने की बात कही है।पूर्व में कार्रवाई की गई थी।लेकिन कब की गई इसकी जानकारी नहीं है देखकर बताने की बात कही।