कुंभकर्णी नींद में जिले के आबकारी प्रभारी और आबकारी टीम……ड्राई डे में जमकर बिकी शराब….कोतवाली पुलिस ने की कार्रवाई.…..अवैध शराब बेचते एक को धरदबोचा…..
बिलासपुर–बुधवार को जिले सहित पूरे प्रदेश में शराब की बंदी कर ड्राई डे घोषित किया गया था।लेकिन पूरे जिले और शहर में लगभग हर जगह शराब कोचिए ड्राई डे का फायदा उठाते हुए मदिरा प्रेमियों को शराब परोसने में कोई कसर नहीं छोड़े।शराब की बाजार कीमत से कही ज्यादा रकम वसूल करके महंगे दर पर शराब को बेचे।एक तरफ जहां संबंधित आबकारी विभाग गहरी नींद में डूबा हुआ था।वही दूसरी और बिलासपुर पुलिस ने अवैध शराब बेचने के मामले में कार्रवाई कर यह साबित कर दिया कि ड्राई डे पर अवैध शराब कारोबारी पर आबकारी विभाग कितना मेहरबान है।जहां इनकी नॉक के नीचे अवैध शराब का कारोबार फल फुल रहा है।वैसे भी जिस जिले का अधिकारी प्रभारी के तौर पर बैठा दिया गया हो तो उस जिले का हाल तो यही होगा। ड्राई डे पर आबकारी विभाग की टीम कंट्रोल रूम से नदारद रही।पूछने पर पता चला कि दिनभर काम करने के बाद सब अपने अपने घर चले गए।दिनभर क्या काम किए यह तो एक प्रश्नवाचक चिन्ह आबकारी विभाग के ऊपर?
सिटी कोतवाली पुलिस की कार्रवाई
सिटी कोतवाली पुलिस ने आपरेशन प्रहार के तहत नशा के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए अवैध शराब बेचने वाले को पकड़ने में।सफलता पाई।जहां आरोपी के पास बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद कर जप्त किया गया।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 18-12-24 ड्राई डे पर मुखबीर से सूचना मिली कि टिकरापारा के पास कोई अज्ञात व्यक्ति देशी प्लेन शराब एवं अंग्रेजी को घर में रखकर बिक्री करने हेतु ग्राहक तलाश कर रहा है कि सूचना पर मुखबीर पंचनामा तैयार कर हमराह स्टाफ मुखबीर के बताये हुए स्थान में गवाहों को साथ में लेकर दबिश दिया गया आरोपी रवि भोसले पिता मिखेल भोसले उम्र 21 वर्ष निवासी पुराना हाई कोर्ट के पीछे अटल आवास टिकरापारा थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर छ.ग. के कब्जे से 25 पाव देशी प्लेन शराब एवं 06 पाव अंग्रेजी गोवा कुल 5.580 बल्क लीटर कीमती 2990 रू को गवाहो के समक्ष मुताबिक जप्ती पत्रक के जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया है आरोपी के विरूद्ध धारा 34 (2) आब. एक्ट के तहत कार्रवाई कर आरोपी को विधिवत गिरफतार कर जेल भेजा गया है ।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक विवेक कुमार पाण्डेय, के मार्गदर्शन में उनि शीतला त्रिपाठी, आर. धनेश साहू, गोकुल जांगडें, नवल पैकरा, टंकेश साव का विशेष योगदान रहा है।