दुर्गा पंडाल के बाहर मारपीट, श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़…. मारपीट का LIVE VIDEO वायरल…..शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल….

बिलासपुर–दुर्गा पूजा के पावन पर्व के बीच शहर की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। दुर्गा पंडाल के बाहर तीन युवकों के बीच हुई जमकर मारपीट ने न केवल दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरे में डाला, बल्कि शहर में पुलिस प्रशासन की विफलता को भी उजागर कर दिया। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें युवकों के बीच हुई हिंसा को स्पष्ट देखा जा सकता है।

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत मसानगंज अष्टमुखी दुर्गा पंडाल का यह मामला इस बात का सबूत है कि शहर में कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार चूक हो रही है। फिलहाल पुलिस ने मारपीट के कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि घटना की जांच और रोकथाम में भी पुलिस नाकाम रही।

यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले रतनपुर महामाया मंदिर के अंदर भी चाकूबाजी की घटना सामने आई थी। ऐसे घटनाक्रम यह दिखाते हैं कि शहर में सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह से नाकाम हैं। पुलिस प्रशासन बार-बार दावा करता रहा है कि शहर में शांति और सुरक्षा बनी हुई है, लेकिन वास्तविकता इसके बिल्कुल विपरीत नजर आती है।

त्यौहारों के इस सीजन में शहर के नागरिक न केवल भय के माहौल में रहते हैं, बल्कि अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। यातायात व्यवस्था और बढ़ते अपराधों पर भी पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।

स्थानीय लोग पुलिस की निष्क्रियता से नाराज हैं और पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों शहर में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ दावे किए जा रहे हैं, जबकि वास्तविकता भयावह है। दुर्गा पंडाल जैसी धार्मिक स्थलों पर भी कानून-व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, यह सीधे पुलिस की नाकामी को दर्शाता है।

इस पूरे मामले ने यह साबित कर दिया है कि बिलासपुर में पुलिस प्रशासन केवल आंकड़ों में ही शांति बनाए रखने का दावा करता है, लेकिन धरातल पर जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह विफल है।

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