प्रतिनियुक्ति में आई मैडम को दे दिया गया नगर पंचायत के सीएमओ का प्रभार…..विरोध में पार्षद दल…..किसके इशारे में चल रहा खेल….?
बिलासपुर–छत्तीसगढ प्रदेश में भले ही सरकार बदल गई हो लेकिन आज भी कई ऐसे विभाग है।जहा पर अधिकारी और कर्मचारी अपने निजी स्वार्थ और लालच के चलते उन विभागो में जमे हुए है।पिछली सरकार में ऐसे कई कर्मचारियों को उनके मूल पद से हटा कर उन्हे अन्य विभागो में प्रतिनुक्ति आदेश के तहत बैठाया गया था। आपको बताते चले की बिलासपुर शहर से लगे नगर पंचायत बोदरी में इन दिनों विकास और अन्य काम ठप पड़े हुए है। वार्डो में भी छोटे मोटे काम नहीं हो पा रहे है जिसकी वजह से वार्डवासी खासे परेशान है और पार्षदो में भी रोष व्याप्त है क्योंकि शासन ने यहां सीएमओ की कुर्सी पर चतुर श्रेणी कर्मचारी को बैठा दिया है शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारी को पहले तो सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रतिनियुक्ति दे कर नगर पालिका में अटैच किया गया फिर उन्हें बोदरी नगर पंचायत का सीएमओ बना दिया गया। ज्वाइनिंग के बाद से ही लगातार इनका विरोध हो रहा है क्योंकि अनुभव नहीं होने कारण नगर पंचायत में विकास कार्य बंद पड़े है। पार्षदों ने नगर पंचायत बोदरी अनुभवी मुख्य नगर पालिका अधिकारी की नियुक्ति करने की मांग करते हुए ज्वाइन डायरेक्टर और कलेक्टर से मांग की है।
आपको बता दे की नगर पंचायत बोदरी में पिछले शासन में 14 माह पूर्व शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायक परिचारक पद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भारती साहू को नगर निकाय में प्रतिनियुक्ति देकर सहायक राजस्व निरीक्षक पद पर नियुक्ति कर प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी पद पर पदस्थ किया गया है। जिन्हें किसी भी प्रकार का इस कार्य का अनुभव प्राप्त नही होने के कारण नगर के सभी कार्यों पर रोक सी लग गयी है तथा कार्यालय का संचालन भी सही तरीके से नही हो पा रहा है। जिससे नगर की जनता को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। बोदरी क्षेत्र के सभी पार्षदों ने अनुभव विहीन सीएमओ को हटाने की मांग करते हुए ज्वाइन डायरेक्टर विनय मिश्रा और कलेक्टर अवनीश शरण को पत्र लिखा है और जल्द नहीं हटाने पर पार्षदों ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
सूत्रों की माने तो इस नियुक्ति मामले में एक स्थानीय नेता का नाम आ रहा है पिछली सरकार में पावर में रहे इस नेता के कहने पर ही शिक्षा विभाग से नगर पंचायत में प्रतिनियुक्ति दी गई थी और फिर उन्हें सीएमओ जैसे महत्वपूर्ण पद पर बिठाया गया था तब से अभी तक वे पद पर बनी हुई है।
उपाध्यक्ष सहित पार्षदों ने की शिकायत…
नगर पंचायत उपाध्यक्ष अभिषेक दुबे, पार्षद विजय वर्मा,
राजकुमार सिहोरे, विरेन्द्र कौशिक, इंद्राबाई नेताम, भावना आशीष खत्री, अजय नत्थानी, कमलेश कुमार नुनिया कर्मचारी संघ ने भी लिखित में शिकायत की है।
अब देखना यह होगा की इस शिकायत के बाद शासन और प्रशासन पिछली सरकार मे हुई भर्राशाही को कितनी गंभीरता से लेती है,और ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को उनके मूल स्थान में वापस पदस्थ करने में तत्परता दिखाती है।