पटाखा गोदाम में भीषण आगजनी….मौके पर पहुंची दमकल और राहत बचाव टीम….रिहायशी इलाके में हुई घटना का जिम्मेदार कौन?

बिलासपुर– पटाखा दुकान में अचानक भीषण आग लग गई। जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी तेजी से फैली कि दुकान के आसपास के लोग तुरंत बाहर भागने लगे। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है। सूचना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग कई गाड़ियाँ मौके पर पहुंची और आग बुझाने जुट कर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने का कारण संभवतः पटाखों में अचानक हुए विस्फोट को माना जा रहा है।हालांकि, अभी तक आग लगने के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है और जांच जारी है।दमकलकर्मी और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में पूरी मुस्तैदी से लगी हुई थी।

लाखो रुपए का पटाखा हुआ खाख

जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में त्योहारी सीजन दशहरा और दिवाली आने वाली है जिसको लेकर पहले से पटाखा व्यापारी ने पटाखा का माल मंगा रखा था।इस आगजनी में लगभग बीस लाख रुपया का माल जलकर खाख होना बताया जा रहा है।लेकिन इससे कई अधिक रकम का माल होना बता रहे है।

सुरक्षा के नही थे इंतजाम

पटाखा गोदाम में हुई आगजनी के बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की पोल खुल कर सामने आ गई।इस पूरे घटनाक्रम में बारूद के गोदाम में सुरक्षा और आगजनी से निपटने के लिए कोई इंतजाम नही था।जिसके कारण यह भीषण आगजनी की घटना सामने आई।यदि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते तो समय रहते ही इसे काबू कर लिया जाता।

रिहायशी इलाके में गोदाम जिम्मेदार कौन?

पटाखा गोदाम में हुई भीषण आगजनी के बाद जिला प्रशासन की बड़ी चूक से इंकार नहीं किया सकता।शहर में कोई एक गोदाम नही है।ऐसेकाई गोदाम और भी संचालित किए जा रहे है।इस घटना के बाद से इस क्षेत्र के लोग काफी दहशत में थे।वही इस घटना स्थल के बाजू से एक बैंक की बड़ी शाखा संचालित की जा रही है।यह हादसा तब हुआ जब मेन रोड पर स्थित एक रिहायशी मकान में अवैध रूप से रखे गए पटाखों में अचानक आग लग गई। यह मकान जय गणेश ट्रेडर्स नामक संस्था का था, जो पटाखों का अवैध भंडारण कर रहा था। बताया जा रहा है कि यह संस्था तीन व्यापारियों-जितेश तलरेजा, सुनील तलरेजा और रोहित तलरेजा-द्वारा संचालित की जा रही थी, जो राजकिशोर नगर के निवासी हैं।कही ना कही रिहायशी इलाके में इस तरह से बारूद के गोदाम और आगजनी को लेकर कई सवालिया निशान लगने लगे।बताया जा रहा की इस गोदाम को काफी लंबे समय से पटाखा रखने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।लगभग पच्चीस से तीस साल से इस गोदाम का उपयोग किया जा रहा है।जब कई वर्षो से इसका उपयोग इसी काम के लिए किया जा रहा तो फिर प्रशासन इसे कैसे अनदेखी कर दिया।आखिर इस तरह से शहर के रिहायशी इलाके में इन बारूद के कारोबारियों को किसके सरंक्षण में शह दी जा रही है।

आग पर काबू और लोगो की उमड़ती भीड़

भीषण आगजनी की खबर पूरे शहर में फैलने में देर नहीं लगी।लेकिन आग पर काबू पाने वाली दमकल टीम काफी देर से पहुंची।दमकल टीम के देर से आने के कारण आग ने अपना विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते पूरे गोदाम और अंदर रखे पटाखों पर आग बेकाबू हो गई।वही इस आगजनी की खबर के बाद इस क्षेत्र में लोगो की भीड़ उमड़ कर आने लगी।भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी और सड़क मार्ग को बंद कर आवाजाही को रोकना पड़ा।

बहरहाल इस आगजनी की घटना सामने आने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ऐसी आगजनी की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए आगे क्या रणनीति तैयार करती है।यह देखना होगा।

Related Articles

Back to top button