
गौ सेवकों की दंडवत यात्रा…प्रशासन को सौंपा 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन….
बिलासपुर–गौ सेवा धाम के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में मस्तूरी से बिलासपुर तक दंडवत यात्रा निकालकर अनूठा विरोध दर्ज कराया। यह यात्रा तमाम प्रशासनिक अड़चनों के बावजूद पूरी की गई। गौ सेवकों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिले के कलेक्टर और एसपी को मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
गौ सेवकों की प्रमुख मांगों में गौ सेवा धाम के लिए भूमि आवंटन, गौ माता को *‘राज्यमाता’* का दर्जा देने, अवैध गौवंश बाजारों को बंद करने, गौ तस्करों पर सख्त कार्रवाई और उनकी संपत्ति जब्त करने, वेटनरी हॉस्पिटल को 24 घंटे संचालित करने, लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई और अलग से *गौ मंत्रालय* की स्थापना शामिल है।
इस यात्रा के दौरान प्रशासन और गौ सेवकों के बीच तनाव की स्थिति भी बनी। शहर में प्रवेश करते वक्त पुलिस ने यात्रा को रोकने की कोशिश की, जिससे कुछ देर के लिए विवाद की स्थिति पैदा हो गई। लेकिन विरोध के बाद गौ सेवकों को यात्रा जारी रखने की अनुमति दी गई।
गौ सेवा धाम से जुड़े विपुल शर्मा ने बताया कि वर्षों से गौ सेवा में लगे होने के बावजूद उनकी मांगें आज भी फाइलों में अटकी हुई हैं।वहीं, गौ सेवक गोपाल यादव ने प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तो वे जल सत्याग्रह का रास्ता अपनाएंगे।गौ सेवकों का यह शांतिपूर्ण और धार्मिक भाव से ओतप्रोत आंदोलन अब सरकार के सामने एक चुनौती बनता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेता है।