कुलपति के विरोध में विधायक को सौंपा गया ज्ञापन…..

बिलासपुर–प्रदेश के बड़े राजकीय विश्वविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, कुलपति के मनमाने पूर्ण रवैए तथा विश्वविद्यालय प्रशासन की वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक से की गई।ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलसचिव डॉ शैलेंद्र दुबे के होने तथा कुलपति प्रो एडीएन वाजपेई के मिलीभगत और संरक्षण के चलते विश्वविद्यालय के प्रशासनिक, शैक्षणिक तथा वित्तीय कार्यों में लगाम नहीं है, जो लगातार सुर्खियों में बने हुए है,
छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय में बिना किसी दूरदर्शी सोच के निर्माण कार्य लगातार कराए जा रहे तथा उन्हीं कार्यों की समय समय पर मरम्मत कराई जा रही है जिससे जेबें भरी जा सकें, कॉमर्स विभाग में प्रोफ़ेसर के पद पर डॉ अतुल दुबे की कि गई नियुक्ति यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार आवश्यक पात्रता की पूर्ति नहीं करती है और कुलपति प्रो वाजपेई के पूर्व से सहयोगी रहे है ऐसे व्यक्ति की नियम विरुद्ध प्राध्यापक पद पर भर्ती की गई है, इसी प्रकार के कुलपति के निज सहायक के पद उपेन चंद्राकर की भर्ती वर्ष 2024 में हुई है जिसका प्रमाण पत्र ही राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षा परिषद से अनुमोदित नहीं है जिस संस्थान की ऑफ कैंपस कोर्स के आधार पर जारी प्रमाण पत्र की विधिक मान्यता नहीं है एमपी हाइकोर्ट ने इसे फर्जी करार दिया है, लाइब्रेरियन के पद, कॉलेज डेवलेपमेंट हेड के पद पर हुई केके शर्मा की नियुक्ति भी आपात कार्य परिषद की बैठक बुलाकर नियमों में संशोधन के माध्यम से ले ली गई जो कि विवादों के घेरे में रही है, प्रभारी कुलसचिव के खास डेली वेजेस कर्मचारी के द्वारा मानव संसाधन के निजी हित में उपयोग करने की बात भी रखी गई, सूरज सिंह राजपूत ने बताया कि उक्त की शिकायत मा राज्यपाल महोदय के समक्ष छात्र छात्राओं ने की थी जिसको गंभीरता से लेकर उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा जांच भी की गयी है बताया गया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एडीएन वाजपेई अपने निजी हितों के लिए कार्य कर रहे है व विश्वविद्यालय की राशि का दुरुपयोग कर अपनी छवि गढ़ने में लगे है कुलपति का विवादों से पूर्व का नाता रहा है वे पूर्व की 2 पदस्थापनाओं में अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए है, प्रभारी कुलसचिव डॉ शैलेंद्र दुबे भी नियमों को ठेंगा दिखाकर बिना नोटिफिकेशन के टेंडर जारी करने, अग्रिम भुगतान करने, वित्तीय कार्यों में बड़ी गड़बड़ियां करते आ रहे है जिससे केवल कमीशनखोरी कर जेबें भरे जाने का खेल चल रहा है जो कुलसचिव खुद अपात्र होने का केस न्यायालय में झेल रहे है, इसके साथ ही विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय में पढ़ाई की स्थिति दयनीय बनी हुई है शिक्षकों की कमी होने से क्लासेस नहीं लग पाती, नियम केवल छात्र छात्राओं के लिए लागू होने व अन्य विभिन्न समस्याएं भी बिल्हा विधायक से दस्तावेजों के साथ रखी गई, जिसपर बिल्हा विधायक श्री कौशिक ने मांगों प्रदेश के सम्माननीय राज्यपाल महोदय के समक्ष रख कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही किए जाने का पूर्ण रूप से आश्वासन छात्रों को दिया, इस दौरान प्रमुख रूप से छात्र प्रतिनिधि सूरज सिंह राजपूत, नीरज यादव, सौरभ दुबे व छात्राएं शामिल रहे।

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