शहर से मलेरिया प्रभावित गांवों में भेजे गए मोबाइल मेडिकल वाहन…. प्रभावित गांवों में घुम घुमकर करेगा जांच और इलाज……पहले दिन बेलगहना और सिलपहरी में 300 लोगों की जांच…..कलेक्टर स्वयं एक एक स्वास्थ्य केन्द्र की रोज कर रहे मॉनिटरिंग…..जनचौपाल में ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक….

बिलासपुर–मलेरिया और डायरिया को काबू में रखने जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर अवनीश शरण स्वयं प्रभावित इलाके के अस्पतालों की रिपोर्टिंग ले रहे हैं। उन्होंने प्रभावी पहल करते हुए शहरी क्षेत्र से मोबाइल मेडिकल वाहन को गावों के लिए रवाना किया। इसमें डॉक्टर, नर्स सहित पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और जांच किट मौजूद हैं।

ज्यादा प्रभावित और संवेदशील ग्रामों में शिविर लगाकर लोगों की जांच और मुफ्त दवाइयां बांटी जा रही हैं। कलेक्टर ने शहरी क्षेत्रों के मोबाइल मेडिकल यूनिट को प्रभावित गांवों में तैनात किया है।

सीएमएचओ डॉ प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि मोबाइल मेडिकल वाहन कोटा ब्लॉक के बेलगहना और केंदा के सिलपहरी गांव में पहुंचा। आज दोनों जगहों में स्वास्थ्य शिविर में 200 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 126 लोगों में मलेरिया की जांच की गई। जिनमें दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उन्हें सिम्स में रेफर किया गया है। गांवों में जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों को लगातर मलेरिया और डायरिया बीमारी के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है कि स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना इलाज कराएं। झाड़ फूक अथवा झोला छाप डॉक्टरों के चक्कर में न पड़ें। प्रशासन के दबाव के चलते झोला छाप डॉक्टर दुकान बंद कर गायब हो रहे हैं।

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