निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान की शुरुआत 7 दिसंबर से….
बिलासपुर –भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा देश में टीबी रोग के उन्मूलन के लिए 100 दिवसीय ‘ निक्षय निरामय छत्तीसगढ़’ अभियान 7 दिसंबर से शुरू किया जा रहा है। जिला स्तर पर अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में अभियान के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रदेश में टीबी रोग उन्मूलन की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए 7 दिसंबर 2024 से “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। 7 दिसंबर 2024 से शुरू हुआ यह अभियान 24 मार्च 2025 तक चलेगा। जिला स्तर पर अभियान का शुभारंभ 7 दिसंबर 2024 को सांसद, विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाएगा इस अभियान में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मुलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वयोवृद्ध स्वास्थ्य संरक्षण कार्यक्रम, अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल करते हुए निक्षय निरामय शिविर का आयोजन किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनिल श्रीवास्तव ने मंथन सभाकक्ष में बीएमओ, बीपीएम, बीडीएम , सीएचओ और स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक लेकर अभियान के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया इस अभियान में टीबी के शंकास्पद मरीजों की खोज, उच्च जोखिम समूहों वाले व्यक्तियों का चिन्हांकन, कुष्ठ शंकास्पद मरीजों की खोज , वयोवृद्ध व्यक्ति की हेल्थ प्रोफाईल के साथ स्वास्थ्य जांच, पुष्टि एवं स्वस्थ्य जीवन शैली हेतु जनमानस को जागरूक किया जाएगा।
निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित किए जाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए हैं। समाज कल्याण विभाग, जेल विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, जन प्रतिनिधियों, नागरिक समाज संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, सहकारी समितियों एवं अन्य समुदाय स्तर के संघों की सक्रिय भागीदारी से इस अभियान को सफल बनाने की दिशा में प्रयास होंगे। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रमोद श्रीवास्तव, डॉ.गायत्री बांधी जिला क्षय अधिकारी, डीपीएम प्यूली मजूमदार, जिला समन्वयक टीबी, आशीष सिंह सहित बीडीएम ,सीएचओ, सहित जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।