गौसेवकों की सूचना पर गौवंश कंकाल और मांस सहित हड्डी से भरी गाड़ी को पुलिस ने पकड़ा..…कार्य पर रोक लगाने के लिए एसपी और कलेक्टर को गौ सेवकों ने दिया ज्ञापन…..धरसीवां में स्थित फर्टिलाइजर्स फैक्ट्री को बंद करने की मांग….
बिलासपुर–शुक्रवार को बड़ी संख्या में गौसेवकों का एक दल जिला कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा।उक्त ज्ञापन के माध्यम से गौ सेवकों के द्वारा की गई मांग पर जल्द शासन प्रशासन के द्वारा कार्रवाई बात कही। इनकी मांग पर शासन प्रसाशन जल्द कोई कदम नहीं उठाया जाता तो उग्र आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
आपको बताते चले कि गुरुवार की रात को सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरदी इलाके से एक पिकअप गाड़ी में मृत गायों के शरीर के अलग अलग अंग और मांस और हड्डी सहित गाड़ी को पकड़ा गया जहां वाहन चालक सहित दो लोगों गिरफ्तार कर हिरासत में लिया गया।
देर रात इस मामले के सामने आने के बाद गौ रक्षा दल और गौ सेवकों में काफी रोष देखने को मिला।जिसके बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या गौ सेवक और हिन्दू दल के लोग जिला कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां इन्होंने ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात रखी और ज्ञापन में यह उल्लेख किया कि इस तरह के कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।इसके पहले भी इसी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में गौ मांस मिला था।
जहां पर पुलिस के द्वारा कार्रवाई की गई थी।लेकिन इसके बाद भी यह काम बंद नहीं हुआ।वही गौ सेवक विपुल शर्मा ने बताया कि हम।शासन और प्रशासन से यह मांग कर रहे कि एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ प्रदेश में गौ हत्या और उसकी तस्करी में जहां कड़े कानून लागू है।उस प्रदेश में मृत गौ वंश के मांस और हड्डी का खुलेआम परिवहन किया जा रहा है।जो घोर निंदनीय है।इस कृत्य से पूरे हिंदू समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।वही उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा ज्ञापन के माध्यम से शासन और प्रशासन से यह मांग की गई कि जैसे नगर निगम क्षेत्र में मृत गौ वंश का क्रियाकर्म किया जाता है।उसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत के माध्यम से उनका अंतिम संस्कार किया जाए।जिससे इस तरह के कार्य में रोक लगेगी।वही रायपुर के पास धरसीवां में मेराज नाम से संचालित फर्टिलाइजर्स फैक्ट्री को बंद किया जाए।उक्त फैक्ट्री पर ताला लगाया जाए।वही गौ वंश के मांस हड्डी और उनके शरीर के अंगों का परिवहन करने वाले के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।कार्रवाई नहीं होने से आस्था की मूल एवं सनातन की मूल गौ माता की मृत्यु होने के बाद में उसके मांस की बिक्री एवं हड्डियों की बिक्री निरंतर बढ़ते चले जा रही है।ज्ञापन देने में विपुल शर्मा,ठाकुर राम सिंह, दिनेश पांडे कमल भाई, सुभम शुक्ला,राजू शर्मा, प्रकाश यादव बाबा शर्मा सचिन द्विवेदी, अतुल सिंह, गोपाल कृष्ण रामानुज दास,विनय शर्मा,मंजीश सिह,सौरभ शुक्ला, भानू रजक,गौरव धनकर,अतुल दादू,आदि बड़ी संख्या में गौसेवक उपस्थित रहे।
गौ सेवकों को मिले अहम सुराग…..
गुरुवार को हरदी क्षेत्र से मृत गौ वंश के मांस और हड्डियों से भरी गाड़ी मिलने के बाद पूछताछ में वाहन चालक ने बताया कि खामी लोरमी क्षेत्र से गौ मांस को भरकर यहां आए है।इसके बाद यहां से वाहन में और गौ मांस भरकर धरसीवां स्थित मेराज फर्टिलाइजर्स में ले जाया जाएगा।
वही जांच के दौरान ड्राइवर के पास में जो दस्तावेज मिले है।उन सभी दस्तावेजों की समयावधि समाप्त हो चुकी है।इसके बाद भी यह गोरखधंधा बड़े ही जोर शोर से फल फुल रहा है।
इस शिकयत पर गौर किया जाए तो प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय मेराज फर्टिलाइजर्स फैक्ट्री के द्वारा अपनी फैक्ट्री के कार्य अच्छे से संचालित करने के लिए रायपुर कलेक्टर और रायपुर पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत देकर परिवहन में लगी गाड़ियों को रोकने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
यही नहीं उक्त शिकयत में यह भी उल्लेख किया गया कि बेवजह तंग कर पैसे की मांग की जाती है।इसके अलावा गौ सेवकों को असमाजिक तत्व के नाम से संबोधित किया गया।
इसके अलावा मेडिसिन में जिलेटिन का उपयोग लाने वाली मध्यप्रदेश की कंपनी का एक पत्र भी मिला जिसमें इस फैक्ट्री के लिए सिफारिश की जा रही है।कोरोना काल का हवाला देकर मध्यप्रदेश के पीलूखेड़ी राजगढ़ में दवा निर्माण के लिए हड्डियों के कच्चे माल की पूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ की मेराज फर्टिलाइजर्स से होना का हवाला दिया जा रहा है।
फैक्ट्री के द्वारा निर्माण सामग्री की जानकारी
राजधानी से महज कुछ दूरी में संचालित मेराज फर्टिलाइजर कंपनी के द्वारा मृत गाय के मांस और हड्डियों से तीन प्रकार का जिलेटिन बनाती है।फार्मास्यूटिकल जिलेटिन इसके कैप्सुल कव्हर एवं दवाओं में मुख्यतः उपयोग में लाया जाता है।एड़ीबल जिलेटिन जेली, आईस्क्रीम, टूथ पेस्ट, इन्फेक्शनरी में मुख्यतः काम में लाया जाता है। मेन्युर खाद यह ऑर्गनिक खाद होता है। इसमें एन.पी.के. की मात्रा पाई जाती है जो एक जैविक खाद है।