धान ख़रीदी केंद्र में लगी आग,आगजनी में केंद्र में रखे दसतावेज जलकर हुआ खाक
बिलासपुर जिले मस्तुरी क्षेत्र के ग्राम सोन में स्तिथ धान खरीदी केंद्र में अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई । इस आगजनी की घटना में खरीदी केंद्र में रखे सभी दस्तावेज और टेबलेट जिसमे पूरा धान खरीदी का खाका रहता है पूरी तरह से जलके खाक हो गए । गनीमत यह रही कि खरीदी केंद्रों में रखा धान को इस आग की वजह से कोई नुकसान नही हो पाया।आग लगने का कारण पता नही चल पाया है । मिली जानकारी के अनुसार धान खरीदी में हुई गड़बड़ी को छुपाने के लिए सजिश रच कर आग लगाकर दास्तावेजो को नष्ट किया गया है।ग्राम सोन के धान खरीदी में कुल 4 गांव के 987 किसान हर वर्ष 41 हजार 550 किवंटल धान बेचते है। वर्तमान में 19 हजार 450 क्विटल धान का उठाव हो गया है और अभी लगभग 22 हजार 1 सौ कविंटल धान केंद्र में अभी भी रखा हुआ है ।मौके पर चौकीदार की सूझबूझ से आग पर काबू पाया गया लेकिन रखे सभी दस्तावेज जल कर राख हो गए।इस आगजनी की घटना के बाद स संस्था प्रबंधक पर कई सवाल खड़े हो गए है कि उ मौके पर आग से बचने की कोई उचित वयवस्था क्यो नही थी ? और ख़रीदि केन्द्रों में रखे अग्निशामक यंत्र में गैस क्यो नही थी।जबकि शाषन की ओर से किसी अप्रिय घटना को रोकने के समुचित व्यवस्था होती है और इसके लिए अलग से फण्ड दिया जाता है उस फण्ड की राशि के उपयोग कहा किया गया । सबसे बड़ा सवाल है कि किस घोटाले को छुपाने के लिए किसने इस साजिश को रच कर दसातवेजो को नष्ट किया है । अब देखने वाली बात होगी कि कब सजिशकर्ता के खिलाफ जाँच कर कार्यवाही होती है ।