अस्पताल के अंदर घुसकर सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट और तोड़फोड़ करने वाले आदतन अपराधी को पुलिस ने किया गिरिफ्तार
बिलासपुर–बीते दिनों अपने इलाज के नाम पर अस्पताल के अंदर घुसकर गुंडागर्दी कर अस्पताल में तोड़फोड़ और सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों में एक आरोपी जो इस क्षेत्र का आदतन अपराधी है उसे पुलिस ने गिरिफ्तार कर हिरासत में ले लिया है।वही इस मामले दो आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है।
सकरी पुलिस थाना से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी सूरज कुमार पनिक पिता मनी राम पनिक उम्र 20 साल साकिन दलदलिहापारा सकरी का थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि गहलोत अस्पताल में सुरक्षागार्ड की नौकरी करता है जो दिनांक 08.12 2022 को रात्रि 08.00 बजे से 09.12.2022 के 08.00 बजे सुबह तक ड्यूटी में था। ड्यूटी के दौरान ही दिनांक 08.12.2022 को रात्रि 11.00 बजे आरोपी विक्की पाण्डेय, मारकस और सोम तीनों अस्पताल आये। आरोपी विक्की पाण्डेय बोला कि मेरे कधे में चोट लगी है, जिसका इलाज कराना है। तब प्रार्थी उसे बताया कि डाक्टर साहब अभी नही है। आपरेशन करने गये है। तब आरोपी विक्की पाण्डेय प्रार्थी को मुझे अभी इलाज कराना है. तुम जल्दी डाक्टर को बुलाओ कहते हुये इसे मां बहन की अश्लील गालियां देने लगा। प्रार्थी द्वारा आरेपीगणों को गालिया देने से मना करने पर उपरोक्त तीनों आरोपीगण एक राय होकर प्रार्थी को हाथ मुक्का से मारपीट किये है। जिससे प्रार्थी के चेहरा व होंठ के पास चोट लगी है। उपरोक्त तीनों आरोपी गण मिलकर प्रार्थी के साथ मारपीट कर जान से खत्म कर देने की धमकी देने लगे। इसके बाद तीनों आरोपी गण एक राय होकर अस्पताल के ऑफीस के अंदर बलपूर्वक घुस गये और आफीस में लगे कम्प्यूटर के मॉनीटर, टीवी, काच, लेंडलाईन टेलीफोन कुर्सियों को तोड़ कर क्षति पहुंचाए। इसके बाद तीनों आरोपी गण जान से मारने की धमकी देते हुये तुम्हारे डाक्टर को देख लेंगें बोलते हुये भाग गये कि प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। दौरान विवेचना प्रकरण में आरोपी विक्की पाण्डेय पिता गोपाल पाण्डेय उम्र 26 साल नि० पुराना बाजार सकरी थाना सकरी जिला बिलासपुर छ०ग० को गिरिफ्तार कर न्यायलय पेश कर जेल दाखिल किया गया । शेष आरोपी गण मारकस और सोम फरार है। जिनकी पतासाजी की जा रही है।
सराहनिय भूमिका:-
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सागर पाठक, प्रधान आरक्षक हरप्रसाद डहरिया आरक्षक जय साहू, तरूण केसरवानी, संजय बंजारे, मालिक राम साहू, की विषेष भूमिका रही।