
अंतर्राज्यीय शराब तस्करी का मुख्य सरगना चढ़ा पुलिस के हत्थे….राजधानी से आरोपी पंकज सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार….पत्राचार और संभावना तक रह गई पुलिस की कार्रवाई….अन्य आरोपियों की संख्या और उनके नामों का क्या है राज…..? उजागर करने में पुलिस क्यों कर रही है परहेज……?
बिलासपुर–नशे के खिलाफ एंड टू एंड कार्रवाई और आर्थिक रूप से प्रहार करने वाली बिलासपुर पुलिस की अंतर्राज्यीय शराब तस्करी में मुख्य सरगना को पकड़ने और प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के बाद से कार्रवाई को लेकर एक संशय का विषय बनकर उभर रहा है।एक ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी कि इस अंतर्राज्यीय शराब तस्करी में कुछ अहम पहलुओं से पर्दा उठेगा।लेकिन इस पूरी कार्रवाई में वह तथ्य सामने ला पाने पुलिस नाकाम होते नजर आ रही है।इस हाई प्रोफाइल शराब तस्करी के पीछे किनका किनका हाथ और कब से इस गैर कानूनी कम को अंजाम दिया जा रहा था,वह भी सामने नहीं आ सका।ऐसे कई सवाल और किन किन लोगों भूमिका और संलिप्तता वह भी ठीक से उजागर नहीं होने से कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।वही इस खुलासे के बाद एक चर्चा का विषय भी बना हुआ की कही इस कार्रवाई के पीछे कोई बड़ा खेला तो नहीं किया जा रहा है।या कही इस अंतर्राज्यीय शराब तस्करी के मकडजाल में पुलिस खुद उलझकर इसे सुलझाने में नाकाम हो रही।ऐसे कई राज और कई सवालों के साथ जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति से संदेह बना हुआ है।आपको बताते चले कि बीते माह पूर्व नगरीय निकाय चुनाव के मतदान के एक दिन पूर्व आबकारी विभाग ने हाई प्रोफाइल अंतर्राज्यीय शराब तस्करी के मामले का खुलासा करते हुए एक कंटेनर शराब और वाहन चालक और सप्लायर सहित दो को गिरफ्तार किया गया था।जहां इस मामले में पंकज सिंह की भूमिका उजागर होने पर वह मौका पाकर फरार हो गया था।जिसके बाद आबकारी विभाग को इस अंतर्राज्यीय शराब तस्करी के मामले में कई तकनीकी बिंदुओं में कार्रवाई नहीं कर पाने पर पुलिस विभाग को यह मामला स्थानांतरित कर दिया गया।जिसके बाद इस मामले में जिले के एसपी रजनेश सिंह ने विशेष टीम गठित कर आरोपियों की धरपकड़ और शराब तस्करी से जुड़े कई तथ्यों पर जांच कार्रवाई आगे बढ़ाने का निर्देश दिया गया।जहां इनके इस निर्देश में जांच टीम ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से शराब तस्करी के मुख्य सरगना पंकज सिंह को पकड़ने में सफलता पाई।जानकारी के अनुसार आरोपी पंकज सिंह को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई करते हुए न्यायलय में पेश किया गया।जहां से उसे जेल दाखिल कर दिया गया।
जय प्रकाश को पकड़ पाने में नाकाम पुलिस
पुलिस खुद अपनी कार्रवाई में संभावना व्यक्त कर रही है।जबकि एक माह के लगभग होने जा रहा है।उसके बाद भी आज पर्यंत तक पुलिस की कार्रवाई संभावना पर टिकी है।पुलिस यह कह रही की इस पूरे घटनाक्रम में बड़े संगठित गिरोह के शामिल होने की संभावना है।
आबकारी विभाग के आवेदन पर 23 फरवरी 2025 को थाना सिविल लाइन, बिलासपुर में अपराध क्रमांक 192/25 अंतर्गत धारा 316(3) और 61(2) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया। थाना सिविल लाईन मे अपराध पंजीबद्ध होने के बाद आबकारी विभाग से प्राप्त दस्तावेजो के अवलोकन पर 1000 पेटी शराब भरा हुआ कंटेनर ,दुबई द्वारा दिये गए आर्डर पर गोवा से भूटान जा रहा था। इसी क्रम मे पूर्व मे गिरफ्तार आरोपी रवि शर्मा एवं शिव कुमार सैनी के बताए अनुसार गोवा, दिल्ली , छत्तीसगढ़ एवं हरियाणा के लोगो का बैंक अकाउण्ट खंगाला गया जिसमे अरोपियो के साथ पंकज सिंह एवं जय प्रकाश बघेल का लेनदेन होना पाया गया।उसके बाद भी पुलिस जय बघेल तक नहीं पहुंच पाई।जो अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।