शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा दिलाने के नाम से 44 लाख की ठगी में सिम कार्ड देने वाले आरोपी एजेंट को पुलिस ने किया गिरफ्तार….
रायपुर –सायबर अपराध को लेकर रायपुर की सायबर रेंज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सिम कार्ड देने वाले एजेंट को पकड़ने में सफलता पाई है।जहा आरोपी को दुर्ग से गिरफतार कर हिरासत में ले लिया गया।वही आरोपी के पास से पुलिस ने दो मोबाइल फोन को बरामद कर जप्त कर लिया।जानकारी के अनुसार प्रार्थी संजय वर्मा पिता विनोद वर्मा उम्र 44 वर्ष निवासी गोल्डन टावर अमलीडीह ने थाना न्यु राजेंद्र नगर रायपुर में शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 44 लाख की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, दिनांक 2/7/24 को अपराध क्रमांक 289/24 धारा 420,34 IPC पंजीबद्ध कर विवेचना के लिए रेंज साइबर थाना रायपुर को भेजा गया था।
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा के निर्देशानुसार विवेचना क्रम में रेंज साइबर थाना द्वारा ठगी की राशि 13 लाख को विभिन्न बैंक अकाउंट में होल्ड कराया गया। तथा तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए। आरोपियों द्वारा मोबाइल नंबर 9109750934 से प्रार्थी को वॉट्सएप कॉल कर झांसा में लिया गया था, उक्त नंबर का धारक परमेश्वर निवासी कुथरेल दुर्ग से पूछताछ पर उक्त नंबर को नही जानना बताया था। कंपनी का एजेंट विक्की देवांगन दिनांक 14/2/24 को परमेश्वर के अन्य मोबाइल नंबर को पोर्ट करते समय फिंगर का दो बार स्कैन करवा कर एकस्ट्रा सिम एक्टिव कर लिया था।बाद में उस सिम को अधिक राशि लेकर बेच दिया था। आरोपी विक्की देवांगन पिता ईश्वर राम देवांगन उम्र 24 वर्ष निवासी आमापारा बघेरा दुर्ग से दिनांक 18/7/24 को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जिसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें
शेयर बाजार में अधिक फायदा दिलाने का लालच देकर अपराधी ठगी कर रहे हैं, सावधानी रखें।
किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप या टेलीग्राम ग्रुप पर कोई एड कर दे तो तुरंत ग्रुप छोड़ दें। क्योंकि ग्रुप में जुड़े लोगों के मैसेज, स्क्रीन शॉट आपको भ्रमित करेंगे और आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।
कोई भी कम्पनी तुरंत या कम समय में आपको अत्यधिक मुनाफा नहीं दे सकती है इस कारण इस तरह के ऑफर को पहले अच्छे से परख लें।
किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप/टेलीग्राम ग्रुप पर दिखाई दे रहे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज या मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से जुड़े ग्राफ चार्ट पर विश्वास ना करें, यह झांसे में लेने के लिए फर्जी तरीके से बनाया जा रहा है।
सेबी में रजिस्ट्रेशन नंबर चेक करना भर पर्याप्त नही है। आप जिस बैंक खाता या UPI आई डी में पेमेंट करने वालें हों उसे भी पूरी तरह वेरिफाई कर लें
किसी तरह के साइबर फ्रॉड होने पर आप तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।