चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने हरियाणा से किया ग्रिफ्तार
बिलासपुर-चिटफंड के मामले में बिलासपुर जिले की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 16 प्रकरणों के करोड़ों के चिटफंड ठगी के मामले के आरोपी को हरियाणा से किया गया ग्रिफ्तार। ‘आरोपी जीएन गोल्ड कंपनी का डायरेक्टर नरेंद्र सिंह हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है।इस मामले का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने खुलासा करते हुए बताया कि ‘जिले में आरोपी कंपनी द्वारा लगभग 5 करोड़ की ठगी’ की गई।और आरोपी के विरुद्ध जिले में 7 अपराध है दर्ज।’आरोपी कंपनी के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में 16 अपराध में लगभग करोड़ों की ठगी की गई है।’चिट फंड के मामले में बिलासपुर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी।
छ.ग. शासन की मंशा अनुरूप चिटफंड के प्रकरणो पर फरार आरोपीयो की ग्रिफ्तारी करने एवं निवेशको की धन वापसी की कार्यवाही हेतु जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के नेतृत्व में लगातार मीटिंग लेकर निर्देश दिये जा रहे है।इसी के अंतर्गत चिंटफंड के नोडल अधिकारी रोहित कुमार झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बिलासपुर के द्वारा विभिन्न कम्पनियों के विरूद्ध दर्ज चिटफंड के प्रकरणो में टीम गठित कर ग्रिफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।
इसी के तहत पुलिस द्वारा जी.एन.गोल्ड के फरार आरोपीयो की पतासाजी हेतु दिल्ली एवं हरियाणा टीम रवाना किया गया था, जहां से आरोपी नरेंद्र सिंह पिता जशवंत सिंह उम्र 57 साल निवासी धमकोरा रोड टोहाना शहर जिला फतेहाबाद हरियाणा को काफी मशक्कत के बाद पतासाजी कर दिनांक 28. 11.2021 को अभिरक्षा में लेकर दिनांक 29.11.2021 को हरियाणा में ग्रिफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर थाना रतनपुर एवं थाना बिल्हा के टीम के द्वारा आज दिनांक 01.12.2021 को बिलासपुर लाया गया जहा से उसे विशेष कोर्ट बिलासपुर में पेश किया गया।जीएन गोल्ड कम्पन्नी के विरूद्ध बिलासपुर जिले में थाना तोरवा बिल्हा रतनपुर तखतपुर सरकंडा मस्तूरी कोटा बिल्हा में 07 प्रकरण एवं राज्य के अन्य जिले जिनमे धमतरी कोरबा सूरजपुर रायपुर दुर्ग बेमेतरा शामिल हैं में कुल 09 (कुल 16) अपराध दर्ज है। जिसमें जिले में दर्ज अपराध में ग्राहकों से ठगी गई रकम लगभग 5 करोड़ रुपये है।
थाना रतनपुर में दिनांक 19.04.2017 को प्रार्थीया बुधवरिया बाई पैकरा एवं थाना बिल्हा में दिनांक 25.07.2017 को प्रार्थी पुदन सिंह राजपूत ने रिपोर्ट लिखवाई थी कि जी.एन. गोल्ड कम्पनी के संचालक सतनाम सिंह रधावा, शैलेद्र गोस्वामी, देवेश बजाज व अवधराम साहू व नरेद सिंह तथा अन्य डायरेक्टरों ने मिलकर 06 वर्ष में रकम दोगुनी करने का लालच देकर उससे 05 साल में 60,000 रु तथा अन्य लोगो से करोडो रूपये जमा कराये एवं बदले में बांड भी दिया लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो आफीस से ताला लगाकर सभी एजेंट व डायरेक्टर फरार हो गये, अपराध कायमी के बाद विवेचना करते हुये डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा एवं देवेस बजाज को गिरफतार कर प्रकरण मान न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था फरार आरोपीयो में से 01 शैलेंद्र गोस्वामी की सम्पत्ती को कुर्क करने के लिये धमतरी कलेक्टर को पत्राचार किया गया है जिसकी प्रक्रिया जारी है ।थाना रतनपुर में अपराध कमांक 110/2017 एवं थाना बिल्हा के अपराध क्रमांक 210/2017 में आरोपी सतनाम सिंह रंधावा एवं देवेस बजाज को गिरफतार कर मान न्यायालय में चालान पेस किया गया था। धारा 173(8) जाफौ के तहत अन्य आरोपीयो की तलास की जा रही हैं। थाना रतनपुर एवं बिल्हा के अलावा बिलासपुर जिले के कोटा तखतपुर सरकंडा मस्तूरी कोटा रतनपुर बिल्हा एवं तोरवा थानों में भी जीएन गोल्ड कम्पन्नी के डायरेक्टरों के खिलाफ अपराध दर्ज है, जिसमे विवेचना जारी है। साथ ही आरोपियों से संपत्ति की जानकारी प्राप्त कर कुर्की कार्यवाही की प्रक्रिया की जाएगी।